बाराबंकी: रियल स्टेट कंपनियों का कारनामा, 32 लाख में बेची तालाब की जमीन
देवा कोतवाली क्षेत्र में दो रियल स्टेट कंपनियों के लोगों द्वारा तालाब की सरकारी जमीन बेचने के नाम लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है।
बाराबंकी की देवा कोतवाली क्षेत्र में दो रियल स्टेट कंपनियों के लोगों द्वारा तालाब की सरकारी जमीन बेचने के नाम लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। जिले के एक व्यक्ति की तहरीर पर लखनऊ के छह लोगों समेत 10 पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपों की जांच कर रही है।
बस्ती गांव निवासी राजकिशोर सिंह ने एसपी दिनेश कुमार सिंह से शिकायत की है। बताया कि वर्ष, 2021 में जमीन की खरीद के सिलसिले में शैलेंद्र चौरसिया, ऋषि चौरसिया, वरुण अग्रहरि, मिथलेश चौरसिया, मो. शमीम व जलालुद्दीन से मुलाकात हुई थी। इन लोगों ने खुद को दो रियल स्टेट कंपनियों का निदेशक व मार्केटिंग हेड बताया। इनके द्वारा देवा कोतवाली क्षेत्र के शाहपुर गांव में 0.2280 हेक्टेयर जमीन व उसकी खतौनी दिखाई गई। जिसका मालिक इंदिरानगर लखनऊ निवासी आदर्श कुमार कटियार, अंकुन, प्रदीप व रामप्रकाश वर्मा को बताया।
जमीन का सौदा 54 लाख में हुआ। राजकिशोर ने आरोप लगाया कि उसने बयान समेत कई बार में इन लोगों को करीब 32 लाख रुपये दिए। लेकिन जब उस जमीन पर निर्माण शुरू कराया तो लेखपाल ने इसे तालाब में दर्ज सरकारी जमीन बताते हुए कार्य रुकवा दिया। आसपास के लोगों ने भी यही जानकारी दी। अब पैसे मांगने पर उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। देवा के कोतवाल अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि शैलेंद्र चौरसिया समेत 10 के खिलाफ धोखधड़ी, अमानत में खयानत व धमकाने का केस दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई है।