19 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान के बावजूद किसान नेता योगेंद्र यादव का कहना है की किसान अपना आन्दोलन जारी रखेंगे।
19 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करते हुए एलान किया की सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। जिसके बाद से आन्दोलनकारी किसानों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। सरकार के इस फैसले को कई लोग और दलों ने स्वागत किया तो कईयों ने इसे 2022 यूपी चुनाव से जोड़कर सरकार को उसका स्वार्थ बताया। सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान के बावजूद किसान नेता योगेंद्र यादव का कहना है की किसान अपना आन्दोलन जारी रखेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा की शनिवार (20 नवम्बर) को हुई बैठक के बाद किसान नेता योगेंद्र यादव ने यह जानकारी दी। योगेंद्र यादव ने कहा कि किसानों की 22 नवंबर को लखनऊ में होने वाली किसान महापंचायत भी अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही आयोजित की जाएगी। यही नहीं, किसान 29 नवंबर को तय कार्यक्रम के मुताबिक, संसद मार्च की योजना को भी रद्द नहीं करेंगे। योगेंद्र यादव संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी के सदस्य हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने इस फैसले का स्वागत किया था, लेकिन यह कहा था कि कृषि कानूनों की वापसी के फैसले पर मुहर लगने तक वो दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहा अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। किसानों ने संकेत दिया है कि एमएसपी पर कानूनी गारंटी और बिजली संशोधन विधेयक जैसे मुद्दों पर उसका आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि किसान लंबित मुद्दों पर सरकार से वार्ता को लेकर तैयार हैं।
अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के दायरे में पूरा लखनऊ जिला होगा। कैंट और औद्योगिक विकास प्राधिकरण (लीडा) को छोड़कर लखनऊ का कोई भी गांव हो या मजरा सभी ज...
राजधानी लखनऊ के कुछ व्यस्ततम चौराहों पर आज भी ट्रैफिक की समस्या जस की तस। उमस भरी इस गर्मी में घंटों जाम से जूझते हैं लोग। इस समस्या से निजात पाने की ...
लखनऊ के सूर्या सिटी में देर रात 2 चोरों ने एक घर से लाखों की ज्वेलरी और नगदी चोरी की है। पीड़ित ने इंदिरा नगर थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। घटन...