कानपुर: 'कल का सूरज नहीं देखने दूंगा...' किसान की सिर कूचकर हत्या, शव पर नमक लगाकर कुएं में फेंका; घसीटे जाने के मिले निशान
किसान हरी बहादुर का चेहरा बुरी तरह पत्थर या किसी भारी वस्तु से कूचा गया था। हाथ-पैर बंधे हुए थे। शव को गलाने के लिए नमक भी लगाया गया था। शव देखते ही स्वजन ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोपित अरुण पर हत्या का आरोप लगाकर उसका घर ढहाने की मांग करने लगे। एडीसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी रंजीत कुमार व इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने स्वजन को समझाया।
साढ़ थानाक्षेत्र के गाजीपुर गांव में सिर कूचकर किसान की हत्या के बाद शव गलाने के लिए उस पर नमक लगाकर कुएं में फेंक दिया गया। कोई जान न पाए इसके लिए ऊपर से लाही का भूसा डाल दिया गया। किसान की खोजबीन कर रहे स्वजन को कुएं के आसपास खून फैला होने से शक हुआ।
पुलिस और दमकल कर्मियों ने पहुंचकर शव निकाला। इसके बाद स्वजन ने हंगामा शुरू कर दिया। एडीसीपी व एसीपी ने पहुंचकर लोगों को समझाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
गाजीपुर गांव 55 वर्षीय हरी बहादुर उर्फ टिक्कर अविवाहित थे और किसानी करते थे। गांव के बाहर ही उनकी कालोनी थी। उनके भतीजे धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार को गांव में पप्पू सिंह के बेटे का तिलक था। कार्यक्रम में गांव का ही अरुण कुमार उर्फ छोटू नशे में घूम रहा था। उसने महिलाओं से अभद्रता की तो चाचा हरी बहादुर ने विरोध किया।
इस पर झगड़ा हो गया। घटना के थोड़ी देर बाद ही हरी बहादुर लापता हो गए। रात में उनकी खोजबीन होती रही। शुक्रवार सुबह गांव किनारे स्थित अरुण कुमार के मंदिर के पास खून पड़ा मिला। पीछा करने पर खून और किसी के घसीटे जाने के निशान करीब 150 मीटर दूर कुएं तक मिले।
कुएं में झांकने पर अंदर लाही का भूसा पड़ा मिला। इस पर चाचा की हत्या कर शव कुएं में फेंके जाने का शक हो गया। पुलिस को तुरंत सूचना दी गई। पुलिस और फोरेंसिक टीम के मौके पर पहुंचने के बाद दमकल की टीम को बुलाया गया। इसके बाद कुएं से हरी बहादुर के शव को निकाला गया।
हाथ-पैर बांधकर फेंका
हरी बहादुर का चेहरा बुरी तरह पत्थर या किसी भारी वस्तु से कूचा गया था। हाथ-पैर बंधे हुए थे। शव को गलाने के लिए नमक भी लगाया गया था। शव देखते ही स्वजन ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोपित अरुण पर हत्या का आरोप लगाकर उसका घर ढहाने की मांग करने लगे।
एडीसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी रंजीत कुमार व इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने स्वजन को समझाया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। भतीजे धर्मेंद्र ने अरुण के साथ ही उसके बुआ के लड़के शेष नारायण तिवारी और बहन निधी के खिलाफ आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। एसीपी रंजीत कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
एटीएम चोरी में जा चुका जेल
आरोपित अरुण गांव स्थित मंदिर में ही शनिवार को झाड़-फूंक करता है। वह कुछ साल पहले प्रयागराज में एटीएम चोरी में जेल भी जा चुका है। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर उसने पहले तो खुद को बेगुनाह बताया। थोड़ी देर बाद वह उन लोगों का नाम बताने लगा, जिससे उसकी दुश्मनी थी। एसीपी रंजीत कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
आरोपित ने धमकाया था कि कल का सूरज नहीं देखने दूंगा
आरोपित अरुण ने नशेबाजी में तिलक कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं से अभद्रता की थी। हरी बहादुर ने विरोध किया तो अरुण भिड़ गया था। इस पर हरी ने उसे दो थप्पड़ मार दिए थे। आरोपित अरुण ने उसे सबसे सामने धमकी देते हुए कहा था कि उसे कल का सूरज नहीं देखने देगा।