कानपुर: ईंट-भट्ठे पर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िताओं ने दी थी जान, जांच में नहीं मिला कोई वीडियो, हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि 16 वर्षीय नाबालिग की भट्टे पर ही काम करने वाली चाची ने सबसे पहले मंगलवार शाम यह बात कही थी कि आरोपितों ने वीडियो बनाए हैं जो सबको दिखा रहे हैं। इस पर नाबालिग का भाई और चाचा आरोपित रज्जू से मोबाइल मांगने गए थे लेकिन रज्जू ने देने से मना कर दिया। इस पर विवाद होने लगा।
कोतवाली क्षेत्र के एक ईंट-भट्टे में सामूहिक दुष्कर्म से आहत होकर फंदा लगाने वाली दोनों नाबालिगों का शुक्रवार को हमीरपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। भट्ठा ठेकेदार के बेटे और भांजे पर दोनों नाबालिगों से दुष्कर्म और अश्लील वीडियो बनाकर प्रसारित करने का आरोप है।
हालांकि, पुलिस को अब तक आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है। आरोपित की पीड़िता संग बनाई कुछ रील्स जरूर मिली हैं। पुलिस नै आरोपित ठेकेदार, उसके बेटे और भांजे को जेल भेज दिया है।
बीती बुधवार रात ईंट-भट्टे पर 16 और 14 वर्षीय दो नाबालिग बेर के पेड़ पर फंदे से लटकी मिली थीं। 16 वर्षीय नाबालिग के पिता ने ठेकेदार रामरूप के बेटे रज्जू और भांजे पर नाबालिगों को शराब पिलाकर दुष्कर्म करने और वीडियो बनाकर प्रसारित करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत करने पर ठेकेदार ने घरवालों के साथ मिलकर मारपीट की थी।
मामले में पुलिस ने तीनों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, पाक्सो, आत्महत्या के लिए उकसाने व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपित रज्जू का मोबाइल भी कब्जे में लिया है। हालांकि,अब तक आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिले हैं।
मोबाइल में कुछ समय पहले की कुछ सेकेंड की रील्स मिली हैं, जिसमें आरोपित और पीड़िता एक साथ दिखे हैं। आशंका है कि आरोपित ने वीडियो डिलीट किए होंगे। इसके लिए मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है।
एसीपी रंजीत कुमार ने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जा चुकी है। आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज जेल भेजा जा चुका है। पुलिस हर एक बिंदु पर पड़ताल कर रही है।
नाबालिग की चाची ने बताई थी वीडियो बनाने की बात
पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि 16 वर्षीय नाबालिग की भट्टे पर ही काम करने वाली चाची ने सबसे पहले मंगलवार शाम यह बात कही थी कि आरोपितों ने वीडियो बनाए हैं जो सबको दिखा रहे हैं। इस पर नाबालिग का भाई और चाचा आरोपित रज्जू से मोबाइल मांगने गए थे, लेकिन रज्जू ने देने से मना कर दिया। इस पर विवाद होने लगा।
काफी देर बाद जब उसने मोबाइल दिया तो पासवर्ड नहीं बताया। इससे विवाद और बढ़ गया। बुधवार को नाबालिग का पिता पहुंचा तो आरोपित से मोबाइल मांगा गया और इसी पर झगड़ा हो गया एक ओर झगड़ा चल रहा था कि दोनों नाबालिगों ने फंदा लगाकर जान दे दी।
दोनों परिवारों में पहले थे मधुर संबंध
पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस घटना से पहले पीड़ित और आरोपित के परिवारों में अच्छे संबंध थे। उनका एक-दूसरे के घर आना जाना था। ठेकेदार रामरूप ने अपने भांजे संजय से 14 वर्षीय नाबालिग की शादी कराने की भी बात कही थी। इसके साथ ही रज्जू के मोबाइल में मिली रील्स भी इस ओर इशारा करती है।