नावरत्र के दौरान गाजियाबाद नगर निगम ने मीट बेचने पर रोक का जो आदेश दिया था, उसे वापस ले लिया गया है। दो अप्रैल को गाजियाबाद की मेयर ने मीट बैन करने का आदेश जारी किया।
गाजियाबाद में मीट बैन पर दो दिन से मच रहा बवाल अब शांत हो गया है। नावरत्र के दौरान गाजियाबाद नगर निगम ने मीट बेचने पर रोक का जो आदेश दिया था, उसे वापस ले लिया गया है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, दो अप्रैल को गाजियाबाद की मेयर ने एक नया आदेश जारी किया। जिसमें कहा गया कि मीट बैन करने को लेकर हम यूपी सरकार की गाइडलाइन्स का पालन करेंगे और मीट बैन को लेकर अब तक यूपी सरकार की तरफ से कोई नई गाइडलाइन्स नहीं आई हैं। इससे पहले एक अप्रैल को मीट बैन का आदेश आया था और गाजियाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने कहा था कि नवरात्र में खुले में मीट बेचने पर बैन लगाना कोई नई बात नहीं है, ऐसा हर साल होता है। लेकिन अब ये फैसला वापस ले लिया गया है।
नवरात्र के अवसर पर गाजियाबाद नगर निगम ने शहर में कच्चा मीट बेचने पर 2 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक रोक लगा दी थी। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से जारी नोटिस में नवरात्र के 9 दिनों तक शहर में मीट की दुकानों को पूरी तरह बंद रखने का आदेश दिया गया था। लेटर में कहा गया था कि 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक नवरात्र पर्व का शुभारंभ हो रहा है, इसके मद्देनज़र शहर की सफाई व्यवस्था के साथ-साथ शहर के सभी मंदिरों की सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही महापौर के कार्यालय से जारी पत्र में नवरात्र के दौरान शहर की सभी मांस की दुकानों को अगले 9 दिनों के लिए बंद करने के निर्देश जारी किया गया था।
मीट बैन के पीछे कुछ लोगों ने ये तर्क भी दिए कि नवरात्र में लोग 9 दिन का व्रत करते हैं और खुले में मीट बिकने से उन्हें दिक्कत होगी। खबरों के मुताबिक मीट बैन का आदेश आने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने 6 टीमों का गठन भी किया था और इन टीमों ने अलग अलग इलाकों में मीट की कुछ दुकानों के खिलाफ कार्रवाई भी की थी।
सोशल मीडिया पर गाजियाबाद का एक वीडियो भी कल काफी वायरल हुआ। इस वीडियो में एक अधिकारी मीट विक्रेता से कह रहा था कि ‘दुकान बंद कर दो वरना बुलडोज़र चल जाएगा’। इस पूरी कार्रवाई के बीच व्यापारियों ने चिंता जताई थी कि मीट की दुकानों में लाखों रुपये का माल रखा है। बैन लगने से उन्हें नुकसान होगा। विक्रेताओं की रोजी-रोटी पर संकट आ जाएगा। खरीदारों ने भी इस बैन पर चिंता जताई थी। उनका कहना था कि बैन लगने पर उन्हें दिल्ली जाकर मीट की खरीदारी करनी पड़ेगी।
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