उत्तर-प्रदेश: सपा विधायक दारा सिंह का विधायकी से इस्तीफा, भाजपा ज्वॉइन कर मऊ से चुनाव लड़ने की तैयारी; 20 महीने पहले सपा में हुए थे शामिल
सपा से विधायक दारा सिंह चौहान ने शनिवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सतीश महाना उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
सपा से विधायक दारा सिंह चौहान ने शनिवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सतीश महाना उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। दारा सिंह फिर से भाजपा में शामिल होंगे और मऊ से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। दारा सिंह चौहान विधानसभा चुनाव से पहले वन और पर्यावरण मंत्री पद छोड़कर सपा में शामिल हुए थे।
दारा सिंह चौहान ने अपना राजनीतिक करियर बसपा से शुरू किया था। 1996 और 2000 में दारा सिंह राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। 2009 का लोकसभा चुनाव दारा सिंह ने बसपा के टिकट पर घोसी सीट से लड़ा और जीता था। 2015 में दारा सिंह ने भाजपा ज्वॉइन की और 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव लड़ा। इसके बाद 2022 में भाजपा से इस्तीफा देकर सपा में शामिल हो गए।
दारा सिंह का मऊ समेत 20 जिलों में प्रभाव
राजनीतिक जानकारों की मानें तो दारा सिंह चौहान समाज के बड़े नेता है। उनका असर मऊ समेत 20 जिलों में है। ऐसे में भाजपा में उनका आना, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फायदेमंद साबित हो सकता है। सपा में शामिल होने के बाद दारा सिंह ने भाजपा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि 2017 में भाजपा की सरकार बनी, तो नारा दिया कि सबका साथ सबका विकास। मगर, साथ तो सबका लिया, लेकिन विकास कुछ ही लोगों का हुआ।
उन्होंने कहा था कि मैंने अपनी जिम्मेदारी पूरे मन से निभाई, पर सरकार किसानों, पिछड़ों, वंचितों, बेरोजगारों की उपेक्षा कर रही है। इसके अलावा पिछड़ों और दलितों के आरक्षण को लेकर जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे मैं आहत हूं। इसी वजह से मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।