गोरखपुर: बारिश शुरू होते ही गोरखपुर पर बाढ़ के बादल मंडराने लगे हैं, राप्ती नदी कर रही कटान; डूब गई 80 एकड़ सब्जी व पशुओं के लिए चारे की खेती
गोरखपुर जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सहजनवां के मटियरा खड़िया में राप्ती कटान कर रही है। ऐसे में गांव वाले दहशत में हैं। नदी के बढ़ते जलस्तर में से ग्रामीण भयभीत हैं। इसे रोकने के लिए मिट्टी भरी बोरियां डाली जा रही हैं। इसके बावजूद कोडरी कला गांव में करीब 80 एकड़ सब्जी और पशुओं के लिए चारे की खेती डूब गई है।
गोरखपुर जिले के सहजनवां के पाली ब्लाक के मटियरा और खड़िया गांव के बीच राप्ती नदी तेजी से कटान कर रही है। सिंचाई विभाग ड्रेनेज खंड के अवर अभियंता धर्मेंद्र कुमार यादव ने वहां पहुंचकर निरीक्षण किया और कटान रोकने का निर्देश दिया। नदी के कटान स्थल पर मिट्टी भरी बोरी व पेड़ की डाली काटकर डाली गई।
राप्ती व आमी नदी का बढ़ रहा जलस्तर
सहजनवां तहसील क्षेत्र में राप्ती व आमी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बोक्टा-बरवार बांध के बरवार व बरहुआं में राप्ती पहले से ही कटान कर रही है। इसे रोकने के लिए मिट्टी भरी बोरियां डाली जा रही हैं। आमी के पानी से गहिरा गांव घिर गया है। जलस्तर में वृद्धि से ग्रामीण भयभीत हैं। राप्ती नदी मटियरा और खड़िया गांव के बीच मिट्टी काट रही है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है।
डूब गई लगभग 80 एकड़ खेती
कोडरी कला गांव में करीब 80 एकड़ सब्जी और पशुओं के लिए चारे की खेती डूब गई है। पानी का बढ़ना इसी तरह जारी रहा तो चकचोहरा, सुथनी भी जल्द पानी से घिर जायेगा। गीडा के सेक्टर 26 में भी आमी का पानी पहुंचने की संभावना है। एसडीएम कुंवर सचिन सिंह ने कहा कि बांधों पर नजर रखी जा रही है। लेखपाल अपने क्षेत्र के बाढ़ की स्थिति की रिपोर्ट दे रहे हैं। गहिरा में जरूरत पड़ने पर नाव की व्यवस्था कर दी गई है।
चेतावनी बिंदु से 38 सेमी. नीचे बह रही राप्ती
राप्ती नदी के जलस्तर में पिछले चार दिनों से हो रही बढ़ोतरी बुधवार को भी जारी रही। यह नदी बुधवार को शाम चार बजे तक चेतावनी बिंदु यानी 73.98 मीटर से मात्र 38 सेमी. नीचे बह रही है। बर्डघाट पर नदी के खतरे का बिंदु 74.98 मीटर है। नदी के जलस्तर में अभी भी वृद्धि जारी है। अयोध्या पुल के पास सरयू नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। इसका असर अगले कुछ दिनों में गोरखपुर में नजर आएगा। रोहिन नदी के जलस्तर में भी गिरावट हो रही है। नेपाल के पहाड़ों पर हुई भारी वर्षा के कारण सरयू, राप्ती व रोहिन आदि नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गई। 24 घंटे के भीतर ही राप्ती नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से 2.80 मीटर बढ़ गया था। इसी तरह रोहिन नदी भी 2.67 मीटर बढ़ी थी। राप्ती नदी का जलस्तर गुरुवार तक स्थिर हो जाने की संभावना है। उसके बाद नदी के जलस्तर में कमी हो सकती है।
बरती जा रही सतर्कता
नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण सिंचाई विभाग व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से सतर्कता बरती जा रही है। तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। कुछ तटबंधों पर कटान की आशंका को देखते हुए वहां मरम्मत कराई गई है। बाढ़ खंड, बाढ़ खंड-दो एवं ड्रेनेज खंड के अधिकारियों की ओर से निगरानी बढ़ा दी गई है। सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आपदा मित्रों व आपदा सखियों को लोगों को जागरूक करने के लिए लगाया गया है। प्राधिकरण की ओर से सात जुलाई से बाढ़ नियंत्रण कक्ष का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सभी जरूरी तैयारी की जा रही है। राहत किट आदि की तैयारी भी की गई है। नाविकों व गोताखोरों को अलर्ट कर दिया गया है।