गोरखपुर: राप्ती नदी से बरामद हुआ कंकाल, DNA टेस्ट कराएगी पुलिस; हत्या के पांचवे दिन भी नहीं मिला युवक का शव
पिपरी में 12 नवंबर को उमेश की हत्या कर आरोपितों ने शव राप्ती नदी में फेंकने की बात कही थी। नदी में पांच दिनों से तलाश की जा रही लेकिन शव का पता नहीं चल सका। एक कंकाल बरामद हुआ है जिसे पुलिस उमेश का होना मान रही है। हालांकि घरवालों ने इनकार कर दिया है। पुलिस अब डीएनए टेस्ट कराएगी।
राप्ती नदी में फेंका गया पिपरी के उमेश का शव पांचवे दिन भी बरामद नहीं हुआ। 12 नंवबर को घर से बुलाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को शव की तलाश कर रही एसडीआरएफ और गीडा पुलिस ने नदी से एक कंकाल बरामद किया। पुलिस ने आशंका जताई यह कंकाल उमेश का हो सकता है। मौके पर पहुंचे उमेश के स्वजन ने पुष्टि नहीं की। उनका कहना था कि चार दिन में शव कंकाल कैसे हो जाएगा। इसके बाद पुलिस ने फारेंसिक टीम बुलाकर जांच कराई।
यह है मामला
गीडा पुलिस की सुस्ती को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। अंतिम संस्कार करने के लिए वह पांच दिन से शव बरामद होने का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने नदी के आसपास के सभी थानों में उमेश की फोटो भेज दी है। साथ ही कहा है कि अगर कहीं से शव बरामद हो तो फोटो से उसकी पहचान करें। इस बीच एक नया मामला सामने आया है।
चर्चा है कि उमेश के पिता शंभू के पत्र पर जिस युवक को छोड़ा गया उसके घर पर थाने के चौकी का एक सिपाही किराए पर कमरा लेकर रहता है। जबकि घटना के बाद शंभू ने बेटे की हत्या के आरोप में तीन नामजद और आज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी थी। आरोपितों में उपेन्द्र और सिकंदर को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से कुल्हाड़ी व बाइक बरामद कर 14 नवंबर को ही जेल भेज दिया। तीसरे आरोपित युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया और दो दिन बाद शंभू के कहने पर ही छोड़ दिया।
क्या कहती है पुलिस
शव की तलाश कर रही एसडीआरएफ की टीम को शुक्रवार को नदी से एक कंकाल बरामद हुआ। गीडा पुलिस ने उमेश को स्वजन को बुलाकर पहचान कराने की कोशिश की लेकिन उन्होंने पुष्टि नहीं की। फारेंसिक टीम ने कंकाल की जांच कर सुरक्षित रख लिया है। स्वजन से बातचीत कर पुलिस उसका डीएनए टेस्ट कराएगी। -मनोज अवस्थी, एसपी नार्थ