हरियाणा हिंसा: अब तक 3 की मौत, मस्जिद में लगाई आग, इमाम की हत्या, इंटरनेट बंद
नूह, गुरूग्राम, पलवल, रेवाड़ी, सोहाना में धारा 144 लागू कर दी गई है।
हरियाणा के नूंह में सोमवार, 31 जुलाई को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP)के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा अब भयानक रूप ले चुकी है। इसमें ग्ररूग्राम की एक मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया को अब तक हिंसा में कुल 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है। पुलिस ने कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है तो केंद्र भी अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर रहा है। कई इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।
हिंसा से जुड़े अबतक के 10 बड़े अपडेट्स
- गुरुग्राम में 31 जुलाई की शाम करीब 6 बजे अंबेडकर चौक, सोहना में 200-250 के करीब प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने उपद्रव मचाया। 05 गाड़ियों, 01 ऑटो, 01 दुकान व 04 छोटी दुकानों में आग लगा दी। इसके अलावा पथराव भी किया गया।
- गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, रात 12:10 AM पर गुरुग्राम के सेक्टर 57 में स्थित अंजुमन मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया। हमला करने वाले कुछ लोगों ने एक व्यक्ति की हत्या भी कर दी। एक व्यक्ति घायल भी बताया जा रहा है। इस मामले में FIR दर्ज हो चुकी है। धार्मिक स्थलों के आस-पास की सुरक्षा को मजबूत किया गया है। सोहना, पटोदी और मानेसर में भी इंटरनेट सेवाएं बंद है।
- नूह, गुरूग्राम, पलवल, रेवाड़ी, सोहाना में धारा 144 लागू कर दी गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और पुलिस के अधिकारी भी ग्राउंड पर अलग-अलग समुदाय के लोगों से मुलाकात कर शांति की अपील करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
- हिंसा के बाद नूह और सोहाना में अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां तैनात की गई हैं, 6 और कंपनियां जल्द ही पहुंचेंगी। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए 1 अगस्त, को गुड़गांव और पलवल में सभी निजी और सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रखे गए हैं।
- गुड़गांव पुलिस ने मृतक होम गार्ड की पहचान नीरज और गुरसेवक के रूप में की है। वे गुड़गांव के खेड़की दौला पुलिस स्टेशन से जुड़े थे। पुलिस ने कहा कि एक अन्य अज्ञात व्यक्ति को अस्पताल में मृत घोषित किया गया है।
- गुड़गांव के पास सोहना चौक पर भी हिंसा देखने को मिली। कथित तौर पर बजरंग दल के सदस्यों ने कुछ वाहनों में आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
- जिला प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक, नूंह के नलहर मंदिर से शुरू हुई यात्रा को पहले से अनुमति थी। इसमें शामिल लोग दोपहर करीब एक बजे बसों, कारों और बाइकों में सवार होकर फिरोजपुर झिरका के लिए रवाना हुए। रास्ते में तीन जगहों पर लगभग 1,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।
- इस हिंसा में 2 होम होम गार्ड के जवानों समेत 4 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हुए हैं। हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। राज्य के गृह मंत्री ने केंद्र से अतिरिक्त बल भेजने की मांग की। उन्होंने दावा किया, "3,000-4,000 लोगों को एक मंदिर में बंधक बनाया गया था।" देर शाम उन्हें निकाल लिया गया।
- मुख्यमंत्री ने कहा है, "नूंह में जिस तरह की स्थिति सामने आई है, उससे राज्य के सभी लोगों के लिए और अधिक जिम्मेदार होना और भाईचारा सुनिश्चित करना और भी महत्वपूर्ण हो गया है... सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है। किसी को भी गलत सूचना/संदेश भेजने/प्रसारित करने में शामिल नहीं होना चाहिए। कोई भी भारत के संविधान से ऊपर नहीं है।”