तीन धार्मिक स्थानों के मामलों पर आज कोर्ट में सुनवाई...काशी, मथुरा, आगरा के बाद लखनऊ में माहौल गरमाया
उत्तर प्रदेश में तीन धार्मिक स्थानों पर अधिकार को लेकर लड़ाई तेज हो गई है। लगातार कोर्ट में याचिकाएं डाली जा रही है। कोर्ट में इस समय सुनवाई इन तीन मसलों पर हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थानों पर अधिकार की कानूनी लड़ाई लगातार बड़ी होती जा रही है। लगातार नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। इन मामलों ने प्रदेश माहौल को पूरी तरह से बदल दिया है। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद बनाम बाबा विश्वेश्वरनाथ महादेव का मसला अब बड़ा होता जा रहा है। इस मामले में सोमवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद से कोर्ट की ओर से कराए गए सर्वे का वीडियो लीक होने के बाद से माहौल बदलता दिख रहा है। वहीं, मंगलवार को भी धार्मिक स्थलों पर चल रही कानूनी लड़ाई की सुनवाई होनी है। मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी। वहीं, आगरा में हिंदू पक्ष के ताजमहल में प्रवेश की मांग पर सुनवाई की जाएगी। इन दोनों स्थानों पर मामला पहले से गरमाया हुआ है। अब विवाद की नई जगह लखनऊ बन रहा है। यहां पर टीले वाली मस्जिद को लक्ष्मण का टीला बताकर पूजा की अनुमति मांगे जाने संबंधी याचिका पर सुनवाई होगी।
शाही ईदगाह मामले में सुनवाई आज
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही ईदगाह मामले में लॉ की पढ़ाई कर रहीं 7 छात्राओें की अर्जी पर जिला कोर्ट सुनवाई करेगी। इस याचिका में शाही ईदगाह को हटाकर 13.37 एकड़ भूमि सौंपने की मांग की गई है। ये पूरा मामला 13.37 एकड़ भूमि के मालिकाना हक का देखा जा सकता है। इसमें 10.9 एकड़ जमीन कृष्ण जन्मस्थान के पास है, जबकि 2.5 एकड़ शाही ईदगाह के पास। औरंगजेब के कटरा केशवदेव मंदिर पर हमला कर विध्वंश करने और वहां मस्जिद निर्माण का दावा किया जा रहा है। पहले से वर्ष 1968 के समझौते को चुनौती देते हुए याचिका दायर की गई है। इस पर सुनवाई चल रही है। इस याचिका में मंदिर समिति की मस्जिद ट्रस्ट के समझौते को कानूनी रूप से गलत करार देने की मांग की गई है।
ताजमहल विवाद पर इलाहाबाद हाई कोर्ट में सुनवाई
इलाहाबाद हाई कोर्ट में ताजमहल में प्रवेश की मांग को लेकर महंत परमहंस दास की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी। महंत परमहंस ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में ताजमहल के अंदर एंट्री करने के लिए याचिका दायर की थी। यह याचिका महंत परमहंस दाम और उनके अनुयाई आचार्य महामंडलेश्वर धर्मेंद गिरी के ओर से दाखिल की गई है। उन्होंने हाईकोर्ट से धर्म दंड और गेरुआ वस्त्र के साथ ताजमहल में एंट्री करने की अनुमति दिए जाने की मांग की है। इससे पहले अयोध्या के भाजपा नेता ने ताजमहल के 28 कमरों को खोलने की अनुमति को लेकर हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी।
टीले वाली मस्जिद विवाद पर कोर्ट में सुनवाई
लखनऊ की जिला अदालत में टीले वाली मस्जिद के पास मौजूद कुएं में पूजा करने वाली अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी। एक दिन पहले इस मामले में दोनों पक्षों ने दलीलें दी थी, जिसके बाद आज की तारीख तय कर दी गई। 2013 में एक याचिका दाखिल कर कहा गया था कि मस्जिद को हटाकर इसे हिंदुओं को सौंप दिया जाए। इसमें दावा किया गया कि ये पूरा परिसर शेषनागेस्ट टीलेश्वर महादेव का है। यह मामला वर्ष 2018 से गरमा रहा है। कई मौकों पर यहां पर विवाद गहराया है। अब इस मामले को कोर्ट में ले जाया गया है।