उत्तर-प्रदेश के 27 जिलों में भरी बारिश के चेतावनी, 3 दिन के लिए प्रदेश में जरी किया गया अलर्ट
यूपी में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। जून में पहली बार मौसम विभाग ने अगले 3 दिन के लिए पूरे प्रदेश में बरसात का अलर्ट जारी किया है। बुधवार शाम से गुरुवार सुबह तक यूपी में रुक-रुककर बारिश जारी है। प्रयागराज में भी 11:30 बजे के आसपास बारिश शुरू हुई। लखनऊ, मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा में भी सुबह अच्छी बारिश हुई। उधर, कानपुर में गंगा बैराज के 8 गेट बुधवार देर शाम खोल दिए गए।
मौसम विभाग ने आगरा, मथुरा, गोरखपुर, प्रयागराज समेत 27 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बाकी जिलों में मध्यम और हल्की बारिश का अनुमान है। आज से यानी 29 जून से 1 जुलाई तक के लिए विभाग ने ये अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में मंगलवार शाम से बुधवार शाम तक सबसे ज्यादा गोरखपुर में 98 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
UP के 27 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, मथुरा, आगरा, हाथरस, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र, बलिया, मऊ, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, देवरिया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां तेज हवाएं भी चल सकती हैं। मौसम विभाग ने प्रशासन को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है।
28 जिलों में मध्यम बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, अमरोहा, मैनपुरी, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, फतेहपुर, रायबरेली, लखनऊ, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी, सुल्तानपुर, अयोध्या, बस्ती, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, जौनपुर, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, संतकबीर नगर के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश की संभावना जताई है।
20 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट
इसके अलावा, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर और गोंडा समेत अन्य जिले में कम बारिश की संभावना बनी है।
कानपुर की सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय बताते हैं, "कानपुर समेत आज पूरे यूपी में अच्छी बारिश की उम्मीद है। ये सिलसिला 1 जुलाई तक चलता रहेगा। कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश होगी। बीच-बीच में धूप भी निकलेगी। अब होने वाली बारिश खेती के लिए वरदान है।"