देवरिया नरसंघार: शिवपाल यादव की भाजपा विधायक के बयां को लेकर दो-टूक बोले- 'सियासी रोटी सेंकना बंद करें'
यूपी के देवरिया जिले में जमीनी विवाद में छह लोगों की हत्या कर दी गई। ये विवाद प्रेमचंद यादव और सत्य प्रकाश दूबे के परिवार के बीच था। इस मामले को लेकर यूपी में सियासी घमासान मचा हुआ है।
देवरिया हत्याकांड को लेकर बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी की ओर से दिए गए बयान के बाद प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। अब सपा नेता शिवपाल यादव ने बीजेपी विधायक के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने सोमवार को एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "देवरिया कांड पर विधायक कह रहे हैं कि अगर सपा की हैसियत है तो उनकी एक हजार जांच करा लें। विधायक जी, सपा तो विपक्ष में है। आप सियासी रोटी सेंकना बंद कर, प्रशासन की जवाबदेही व जिम्मेदारी तय करा लें।"
शिवपाल यादव ने आगे कहा, "अगर पीड़ितों को निष्पक्ष न्याय दिलाने की आप में हैसियत हो तो न्याय जरूर दिला दें।" दरअसल, देवरिया कांड में मारे गए सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार के सदस्यों के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था। इस दौरान बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा था कि देवरिया हत्याकांड के आरोपियों की जांच करें तो थानों-थानों में उनकी हिस्ट्रीशीट खुली मिलेगी।
जाने शलभ मणि त्रिपाठी ने क्या कहा?
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा था कि सत्य प्रकाश दूबे के परिवार का इतिहास खंगाल कर देख लीजिए आपको कोई केस नहीं मिलेगा। जिन लोगों ने अपराध किया है उनके खिलाफ कई मामले हैं। ये लड़ाई एक बेबस परिवार बनाम भूमाफियाओं की थी। ये लड़ाई अन्याय के खिलाफ है, किसी समाज के खिलाफ नहीं है।
समाजवादी पार्टी को दी थी चुनौती
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के गुंडे मेरे ऊपर आरोप लगाते हैं, कहते हैं विधायक ने हत्या कराई। कहते हैं कि देवेश दुबे हत्यारा है। मैं चुनौती देता हूं तुम्हारी हैसियत है तो एक हजार जांच करा लो। प्रदेश की जनता ने तुम्हारा गुंडाराज देखा है। हम तुम्हारी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।
ये है मामला
बता दें कि, देवरिया जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में बीती 2 अक्टूबर को पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की गांव के रहने वाले सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार द्वारा कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने दुबे समेत उनके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी थी। दोनों परिवारों में जमीन को लेकर झगड़ा है।