माफ करना पापा, मैं आपकी सेवा नहीं कर सका... पत्नी की प्रताड़ना से आहत बिगुलर ने गोरखपुर पुलिस लाइन में की खुदकुशी
मृतक धर्मेंद्र बलिया के बडसरी खेजुरी के रहने वाले थे। वर्ष 2006 में उनकी भर्ती हुई थी। उन्होंने बुधवार को बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद बैरक लौटे और फंदे से लटक कर जान दे दी। उसके कमरे से मिले सुसाइड में लिखा है कि पत्नी उसे आए दिन मारती-पीटती थी। इसी बात से आहत होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया।
बलिया के बडसरी खेजुरी के रहने वाले सिपाही धर्मेंद्र सिंह ने बुधवार को पुलिस लाइन की बैरक में खुदकुशी कर ली। वह बिगुलर (भोपू बजाने वाले) के पद पर तैनात थे। आरोप है कि उनकी पत्नी रेखा सिंह उन्हें प्रताड़ित करती थी। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि जांच की जा रही है। घटनास्थल से सुसाइड नोट मिला है।
उधर, पुलिस ने पिता अवधेश सिंह को सूचना देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। धर्मेंद्र सिंह पत्नी व दो बच्चों के साथ पुलिस लाइन में बने आवास में रहते थे। वर्ष 2006 में वह पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर भर्ती हुए।
इस समय पुलिस बैंड में बिगुलर पद पर तैनात रहे धर्मेंद्र घरेलू कलह से परेशान थे। बुधवार की सुबह वह बच्चों को स्कूल छोड़ने गए। वापस लौटने के बाद बगल में जहां बैंड का सामान रखा था, वहां जाकर फंदे से लटक खुदकुशी कर ली। साथियों की सूचना पर कैंट पुलिस व फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की। एसपी सिटी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
'माफ करना पापा, मैं आपकी सेवा नहीं कर सका'
धर्मेंद्र के कमरे में मिले सुसाइड नोट में उनकी ओर से लिखा गया है कि “माफ करना पापा, मैं आपकी सेवा नहीं कर सका। आए दिन पत्नी रेखा गाली देती है और मारती-पीटती है, जिसे सहन करता था। मंगलवार को पत्नी ने हद ही कर दी। दोस्त राजेश प्रभाकर घर आया था। उसके सामने ही पत्नी ने भद्दी-भद्दी गालियां देनी शुरू कर दी। पत्नी के इस बर्ताव से बहुत आहत हूं। दोस्त के सामने पत्नी को ऐसा नहीं करना चाहिए था, इसलिए अब जान देने जा रहा हूं। मेरी बहुत बेइज्जती हुई है। पापा अब आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा, क्षमा करना।”