छात्र हिमांक को पीट-पीटकर लगवाए 'अल्लाहु अकबर' के नारे, Video वायरल होने के बाद केस दर्ज
इस वीडियो में यह स्पष्ट नज़र आ रहा है कि हिमांक रूम में है और दूसरे लोग मिलकर उसके गालों में चाँटे और शरीर के अन्य हिस्सों में लातें मार रहे हैं। मारपीट के बीच हिमांक जिस बेड में बैठा हुआ नज़र आ रहा है, उससे भी उसे नीचे फेंक दिया जाता है।
शनिवार (12 नवंबर) से एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में हैदराबाद के ‘ICFAI फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन (IFHE)’ के एक स्टूडेंट हिमांक बंसल को कॉलेज के अन्य छात्रों द्वारा द्वारा मार-मारकर उससे ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगवाया जा रहा था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में छात्रों के एक गुट द्वारा हॉस्टल के रूम के भीतर हिमांक बंसल को पीटते और धमकाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में यह स्पष्ट नज़र आ रहा है कि हिमांक रूम में है और दूसरे लोग मिलकर उसके गालों में चाँटे और शरीर के अन्य हिस्सों में लातें मार रहे हैं। मारपीट के बीच हिमांक जिस बेड में बैठा हुआ नज़र आ रहा है, उससे भी उसे नीचे फेंक दिया जाता है। हमले के बाद, पीड़ित हिमांक बंसल ने पुलिस में शिकायत दी। इस शिकायत में उसने बताया है कि कॉलेज ही एक छात्रा दीपाशा शर्मा ने उसे तीन वर्ष छोटी उम्र की लड़की से दोस्ती करने को लेकर ‘Pedophile (बच्चों के प्रति यौन आकर्षण रखने वाला)’ कहा था।
इसके बाद हिमांक ने अपने बचाव में दलीलें देते हुए कहा कि उसने अपने से 3 साल छोटी लड़की के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करने के लिए उससे दोस्ती नहीं की है। अपनी बातों की पुष्टि करने के लिए हिमांक ने इस्लामी साहित्य का भी हवाला दिया और बताया कि वह गलत नहीं है। इसके बाद दीपाशा ने हिमांक की बातों को तोड़-मरोड़कर कॉलेज के दूसरे, खासकर मुस्लिम छात्रों तक पहुँचा दिया। हिमांक ने अपनी शिकायत में यह भी बताया है कि हॉस्टल के रूम में 15-20 लोगों ने घुसकर उस पर हमला किया और जबरन ‘अल्लाहु अकबर’ के नारे लगवाए। हिमांक का आरोप है कि मारपीट करने आए लड़कों ने उसे नग्न करने का भी प्रयास किया। यही नहीं, आरोपितों ने उसे और उसके परिजनों को भी धमकी दी है। हिमांक ने अपनी शिकायत में अपने साथ हुए हादसे का उल्लेख करते हुए सभी आरोपितों के संबंध में विस्तार से बताया है।
'प्राइवेट पार्ट पर मारा, पाउडर डाला'
रिपोर्ट के मुताबिक, हॉस्टल के भीतर मारपीट की घटना 1 नवंबर की है. हिमांक ने अपने इंस्टीट्यूट को इस घटना के बारे 3 नवंबर को एक शिकायत पत्र लिखा. शिकायत में कहा गया है कि 1 नवंबर को 15-20 लड़के हिमांक के रूम में घुस गए. उसके साथ मारपीट की, प्राइवेट पार्ट पर पैर से मारा, प्रताड़ित किया और वीडियो बनाया. हिमांक ने आरोप लगाया कि आरोपी छात्रों ने उसे कपड़े उतारने को कहा, ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी.
हिमांक ने अपनी शिकायत में लिखा, "मारपीट करने वाले छात्रों से मैंने पूछा कि मेरी गलती क्या है. तो उन्होंने कहा कि मैंने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया है. मैंने पैंगबर के बारे में एक स्टूडेंट के साथ प्राइवेट चैट में बात की थी. उसी ने मैसेज का स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया. इसके बाद उन छात्रों ने मेरी पिटाई की. उन्होंने मुझे धमकाया कि अगर मैं कॉलेज प्रशासन से शिकायत करता हूं कि वे मुझे दफ्न कर देंगे."
हिमांक ने लिखा कि उन लोगों ने जबरन उसके गले, नाक और कान में कोई पाउडर डाल दिया. इसके कारण उसे खाना खाने में तीन दिन तक दिक्कत हुई. मारपीट करने वालों ने उसका पर्स छीन लिया और सारे पैसे निकाल लिए. पुलिस ने 11 नवंबर को मामले में शिकायत दर्ज की है. मारपीट का वीडियो 12 नवंबर को वायरल हुआ.
BJP ने ओवैसी की चुप्पी पर सवाल किया
बीजेपी के राज्य महासचिव विष्णु वर्धन रेड्डी ने ट्वीट कर इस घटना को लेकर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है. रेड्डी ने 12 नवंबर को ट्विटर पर लिखा, "IFHE हैदराबाद में पढ़ने वाले हिमांक बंसल को दूसरे धर्म के सीनियर छात्रों ने पीटा और जबरन 'अल्लाह-हू-अकबर' का नारा लगवाया. IFHE असदुद्दीन ओवैसी के हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में है लेकिन उन्होंने इस पर अब तक एक शब्द नहीं बोला है. मीडिया में भी इस मामले की रिपोर्टिंग नहीं हो रही है."
वहीं हैदराबाद सिटी पुलिस ने ट्विटर पर बताया कि शंकरपल्ली थाने में एक केस दर्ज किया गया है. आरोपियों के खिलाफ IPC की धाराएं और एंटी रैगिंग एक्ट 2011 की कई धाराएं भी लगाई गई हैं. इसमें हत्या की कोशिश का भी मामला दर्ज हुआ है.