एनडीए के राष्ट्रपति कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू ने किया नामांकन, पीएम मोदी समेत बीजेपी कई बड़े नेता मौजूद
एनडीए के राष्ट्रपति कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू आज नामांकन कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के दिग्गज नेता इस दौरान मौजूद रहे। मुर्मू के खिलाफ यशवंत सिन्हा विपक्ष के उम्मीदवार हैं।
राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया। 64 वर्षीय मुर्मू के नामांकन में प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत एनडीए के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
मुर्मू के नामांकन में NDA का दिखा दम
द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में एनडीए ने बड़ा दम दिखाया। प्रस्तावकों में खुद पीएम मोदी, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा शामिल थे। इस दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह। बीजेडी की तरफ से वरिष्ठ नेता और जगन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर की तरफ से कई नेता शामिल हुए। नामांकन के दौरान बीजेपी शासित सभी राज्यों के सीएम भी शामिल हुए।
इससे पहले मुर्मू ने गुरुवार को पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद पीएम ने कहा था कि राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू की उम्मीदवारी की देश भर में तथा समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है। उन्होंने ट्विटर पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं। मोदी ने कहा, ‘द्रौपदी मुर्मू जी से मुलाकात की। राष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी की देश भर में और समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है। जमीनी समस्याओं के प्रति उनकी समझ और भारत के विकास को लेकर उनकी दृष्टि उत्कृष्ट है।’ इसके बाद मुर्मू ने शाह, नड्डा और राजनाथ सिंह के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की। शाह ने एक ट्वीट में कहा, ‘एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू जी से भेंट कर उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दीं। उनके नाम की घोषणा से ही जनजातीय समाज अत्यंत गौरव की अनुभूति कर रहा है। मुझे विश्वास है कि उनके प्रशासनिक और सार्वजनिक अनुभव का लाभ पूरे देश को मिलेगा।’
बीजेडी, जेडीयू और मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) ने मुर्मू का समर्थन किया है। गौरतलब है कि एनडीए गठबंधन को बहुमत के लिए महज 13 हजार वोटों की जरूरत थी। बीजेडी के समर्थन के बाद मुर्मू का देश का पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनना तय है। मुर्मू ने कहा था, ‘मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं। मैं 18 जुलाई से पहले सभी मतदाताओं (सांसदों) से मिलूंगी और उनका समर्थन मांगूंगी।’ राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।