'मेरी निजी तस्वीरें सीनियर IAS को भेजती है', महिला IPS और IAS की तगड़ी रार से हड़कंप
एक IAS की 'रहस्यमय' मौत के मामले का भी जिक्र आया.
देश के नौकरशाह एक के बाद एक गलत वजहों के चलते चर्चा में आ रहे हैं. अब कर्नाटक की ब्यूरोक्रैट लॉबी में तनाव की ख़बरें हैं. हेडलाइनें चल रही हैं, 'IAS बनाम IPS'. मामला है क्या? दरअसल, IPS अफ़सर डी रूपा मौदगिल और IAS अफ़सर रोहिणी सिंदूरी ने एक दूसरे के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार और अन्य अधिकारियों को निजी तस्वीरें भेजने के आरोप लगाए हैं. बात इतनी खट्टी हो गई कि दोनों ने एक-दूसरे पर पर्सनल कॉमेंट्स भी कर दिए.
IAS की निजी तस्वीरें भेज दीं
रोहिणी सिंदूरी इस वक़्त हिंदू धार्मिक संस्थानों और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग के आयुक्त के तौर पर काम कर रही हैं. और डी रूपा, कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम के एमडी के रूप में कार्यरत हैं. मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, ये पूरा मामला शुरू हुआ एक तस्वीर से. इसमें IAS सिंदूरी और जनता दल (सेक्यूलर) के विधायक सारा महेश को एक साथ एक रेस्टोरेंट में बैठे देखा गया. तस्वीरें मीडिया में आई और ख़बरें बनने लगीं. रिपोर्ट्स में ये भी पता चला कि जब सिंदूरी मैसूरु की डिप्टी कमिशनर थीं और तब विधायक महेश और सिंदूरी आधिकारिक रूप से साथ काम करते थे.
इसके बाद डी रूपा ने अपने फ़ेसबुक से एक यूट्यूब लिंक पोस्ट किया, जिसका टाइटल है: 'रोहिणी सिंदूरी और पूर्व मंत्री सारा महेश की मुलाक़ात'. इसके अलावा, सिंदूरी पर भ्रष्टाचार सहित 19 आरोप लगाए. ये भी आरोप लगाए कि सिंदूरी ने 2021 और 2022 में अन्य IAS अफ़सरों को उनकी (मतलब डी रूपा मौदगिल की) व्यक्तिगत तस्वीरें भेजी थीं.
इस बीच रोहिणी सिंदूरी ने रविवार, 19 फरवरी को एक मीडिया बयान जारी किया. कहा कि IPS रूपा उनके ख़िलाफ़ झूठा और बदनाम करने वाला ‘अभियान’ चला रही थीं और यही उनकी ‘कार्यप्रणाली’ है. सिंदूरी ने कहा, "मैं भारतीय दंड संहिता (IPC) की अलग-अलग धाराओं के तहत उनके ख़िलाफ़ केस दर्ज कराऊंगी. उन्होंने मुझे बदनाम करने के लिए मेरे ही सोशल मीडिया से तस्वीरें और मेरे वॉट्सऐप स्टेटस के स्क्रीनशॉट इकट्ठा किए. वो (डी रूपा) उन लोगों के नाम बता दें, जिन्हें कथित तौर पर मैंने ये तस्वीरें भेजी हैं. ताकि इसे सत्यापित किया जा सके."
खबरों के मुताबिक IAS रोहिणी सिंदूरी के ख़िलाफ़ 19 आरोप लगाए गए हैं. इनमें भूमि रिकॉर्ड विभाग में अपने अधिकार का ग़लत इस्तेमाल करने, रीयल-इस्टेट में परिवारवाद को बढ़ावा देने, अघोषित संपत्ति रखने और IAS अधिकारी डीके रवि की रहस्यमई आत्महत्या में उनकी भूमिका होने जैसे आरोप शामिल हैं.