Maharashtra Political Crisis: शिंदे गुट के 15 विधायकों की बढ़ाई गई सुरक्षा, केंद्र ने दी 'Y+' सिक्योरिटी
महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम गहराता ही जा रहा है। इस बीच खबर है कि राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा भी सक्रिय हो गई है। पहले भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के बीच मुलाकात की खबरें सामने आई थीं। अब खबर है कि शनिवार देर रात असम के मंत्री अशोक सिंघल भी शिवसेना के बागी विधायकों से मिलने गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे। इन सबके बीच असली शिवसेना को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। शिंदे गुट की ओर से बालासाहेब के नाम पर अगल पार्टी का मामला चुनाव आयोग तक पहुंच सकता है।
डिप्टी स्पीकर के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएगा शिंदे गुट
महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के फैसले के खिलाफ शिंदे गुट कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया गया था। वहीं बागी विधायकों को डिप्टी स्पीकर की तरफ से नोटिस भी जारी किए गए थे। शिंदे गुट का कहना है कि डिप्टी स्पीकर को बागी विधायकों को जवाब दाखिल करने के लिए कम से कम सात दिन का समय देना चाहिए था।
शिवसेना के 15 बागी विधायकों को 'Y+' श्रेणी सुरक्षा
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच गृह मंत्रालय ने शिवसेना के बागी 15 विधायकों की सुरक्षा बढ़ाई है। सूत्रों के मुताबिक, 15 विधायकों को 'Y+' श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
उद्धव के समर्थन में लगे पोस्टरों पर पोती गई कालिख
महाराष्ट्र के ठाणे में एकनाथ शिंदे गुट के समर्थक भी सड़क पर उतर आए हैं। शिंदे समर्थकों ने रविवार को सीएम उद्धव ठाकरे के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों पर कालिख पोत दी।
शिंदे गुट के खिलाफ शिवसैनिकों का जूते मारो आंदोलन
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे व विधायकों के खिलाफ शिवसैनिक सड़क पर उतर आए हैं। उद्धव ठाकरे के समर्थन में पहले शिवसैनिकों ने बाइक रैली निकाली। इसके बाद जूते मारो आंदोलन भी शुरू किया गया है।
सामना दफ्तर के बाहर प्रदर्शन
मुंबई में सामना दफ्तर के सामने शिंदे गुट के विरोध में शिवसेना के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे- संजय राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा रखेंगे। कल उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर गए हैं वो शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें और अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगें। राउत ने आगे कहा, उन्हें जो करना है करने दो, मुंबई तो आना पड़ेगा ना। वहां बैठकर हमें क्या सलाह दे रहे हैं? लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं' लेकिन हमने अभी भी संयम रखा है।