राज ठाकरे ने आयोध्या दौरे पर खोला राज, साथ ही कहा- क्या मातोश्री मस्जिद है, जो चालीसा पढ़ने से रोका गया?
मनसे प्रमुख ने समान नागरिक संहिता की भी मांग की। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता लाएं, जनसंख्या नियंत्रण पर भी कानून भी लागू किया जाए।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को पुण में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा, जब मैंने अपने कार्यकर्ताओं को लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने के लिए कहा, तो राणा दंपती ने कहा कि वे मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। मैं पूछना चाहता हूं क्या मातोश्री एक मस्जिद है? जो उन्हें हनुमान चालीसा पढ़ने से रोका गया। ठाकरे ने कहा, उसके बाद राणा दंपती और शिव सैनिकों के बीच क्या हुआ सभी जानते हैं।
औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग
इस दौरान मनसे प्रमुख ने समान नागरिक संहिता की भी मांग की। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता लाएं, जनसंख्या नियंत्रण पर कानून भी लागू किया जाए और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया जाए।
विवाद में नहीं पड़ना चाहता
राज ठाकरे ने कहा, मैंने अपनी अयोध्या यात्रा स्थगित करने के बारे में ट्वीट किया था। मैंने जानबूझकर बयान दिया ताकि सभी को अपनी प्रतिक्रिया देने की अनुमति मिल सके। जो लोग मेरी अयोध्या यात्रा के खिलाफ थे, वे मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मैंने इस विवाद में नहीं पड़ने का फैसला किया।
उद्धव का भाषण बचकाना
राज ठाकरे ने इस दौरान उद्धव ठाकरे पर सीधे तौर पर हमला किया। उन्होंने उद्धव ठाकरे के भाषण को बचकाना कहा। कहा, मुझे उनके असली हिंदू वाले दावे पर हंसी आती है।