यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, सर्वसम्मति से फैसला
तृणमूल कांग्रेस पार्टी से अलग हुए यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी। इससे पहले यशवंत सिन्हा ने मंगलवार यानि आज टीएमसी छोड़ दी थी। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पार्टी छोड़ने की जानकारी दी।
एक समय बीजेपी के कद्दावर नेता रहे यशवंत सिन्हा ने अपनी पार्टी से ही नाराजगी के बाद ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन की थी। लेकिन अब खुद सिन्हा ने मंगलवार को टीएमसी से किनारा कर लिया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पार्टी छोड़ने की जानकारी दी। अब सिन्हा की पार्टी छोड़ने की वजह सामने आ गई है। मिली जानकारी के अनुसार, आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी है।
जयराम रमेश ने क्या कहा
यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाने के फैसले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमने सर्वसम्मति से यह तय किया है यशवंत सिन्हा विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। इस दौरान एनसीपी नेता शरद पवार समेत कई नेता उपस्थित रहे। शरद पवार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हम 27 जून को सुबह 11.30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं।
यशवंत सिन्हा ने अपने ट्वीट में क्या कहा था
तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा ने मंगलवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि अब वह वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए काम करेंगे। कई दिनों से ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा का नाम आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में पेश करेंगी।
सिन्हा ने ट्वीट किया, 'ममता जी ने जो सम्मान मुझे तृणमूल कांग्रेस में दिया, मैं उसके लिए उनका आभारी हूं। अब समय आ गया है जब वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से अलग होना होगा। मुझे यकीन है कि वह (ममता) इसकी अनुमति देंगी।’ आपको बता दें कि देश में 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के वास्ते अपने संयुक्त उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए विपक्षी दलों की मंगलवार को दिल्ली में बैठक होने वाली है।