बाराबंकी: कंधईपुर व सनौली की 1060 बीघा भूमि पर बनेगा औद्यौगिक क्षेत्र
रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के कंधइर्पुर व सनौली गांवों की करीब 1060 बीघा भूमि पर औद्यौगिक क्षेत्र विकसित करने की कवायद शुरु हो गई है। राज्यमंत्री सतीश शर्मा की पैरवी के बाद शासन से इसे मंजूरी मिल गई है।
रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के कंधइर्पुर व सनौली गांवों की करीब 1060 बीघा भूमि पर औद्यौगिक क्षेत्र विकसित करने की कवायद शुरु हो गई है। राज्यमंत्री सतीश शर्मा की पैरवी के बाद शासन से इसे मंजूरी मिल गई है। इसके लिए एक शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। औद्यौगिक क्षेत्र विकसित होने से क्षेत्र के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। अयोध्या में राममंदिर निर्माण के मद्देनजर आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को एक ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने की दिशा में जिलों में लैंड बैंक की स्थापना के निर्देश दिए थे जिसके बाद रामसनेहीघाट में औद्यौगिक क्षेत्र विकसित करने की सुगबुगाहट शुरु हुई थी। यह क्षेत्र दरियाबाद विसानसभा क्षेत्र में आता है। क्षेत्रीय विधायक व खाद्य एवं रसद तथा नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने इसे लेकर पैरवी शुरू की। उन्होंने लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर लखनऊ की ओर से करीब 62 किमी चलने पर मिले वाले सिद्धौर मार्ग पर स्थित कंधईपुर व सनौली गांव में 1000 बीघा से अधिक सरकारी जमीन चयन कर इसका प्रस्ताव तैयार करवाया।
मुख्य सचिव को पत्र लिखकर यहां औद्यौगिक विकास व इकाइयां स्थापित करने से अयोध्या में राममंदिर निर्माण के बाद आने वाले करोड़ों भक्तों की जरूरतों की पूर्ति होने की बात कही। तर्क दिया कि इससे रोजगार बढे़गा। बीती 17 जुलाई को शासन के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शासनादेश में संशोधन किया। इसमें कहा गया कि ग्राम पंचायत या स्थानीय प्राधिकरण में निहित जमीन को औद्यौगिक विकास में निशुल्क दिया जाएगा।