एक बार फिर दिखा धोनी की कप्तानी का जादू: फाइनल में KKR को 27 रन से हराकर CSK ने चौथी बार जीता IPL का खिताब
चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग 14 का खिताब जीत लिया है। शुक्रवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में उसने कोलकाता नाइट राइडर्स को 27 रन से हरा दिया। चेन्नई का यह चौथा आईपीएल खिताब था। इससे हले उसने 2010, 2011 और 2018 में ट्रॉफी पर कब्जा किया था।
दुबई: चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग 14 का खिताब जीत लिया है। शुक्रवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में उसने कोलकाता नाइट राइडर्स को 27 रन से हरा दिया। चेन्नई का यह चौथा आईपीएल खिताब था।
धोनी के सुपर किंग्स ने इससे पहले साल 2010 में मुंबई इंडियंस , 2011 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को हराकर आईपीएल खिताब जीता था। चेन्नई की टीम ने कई बार पिछड़ने के बाद वापसी और अंत में बाजी अपने नाम करने में सफल रही |
शुक्रवार की शाम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बहुत यादगार रही। टॉस गंवाकर पहले खेलते हुए चेन्नई ने 192/3 का स्कोर बनाया। टीम के लिए फाफ डुप्लेसिस (86) टॉप स्कोरर रहे। 193 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए KKR 165/9 का स्कोर ही बना सकी और मुकाबला 27 रनों से हरा गई।
चैंपियन की तरह खेली CSK
टॉस हारकर पहले खेलते हुए CSK की शुरुआत बढ़िया रही। पहले विकेट के लिए ऋतुराज गायकवाड़ और फाफ डुप्लेसिस ने 8 ओवर में 61 रन जोड़े। इस पार्टनरशिप को सुनील नरेन ने ऋतुराज (32) को आउट कर तोड़ा। नरेन ने इसके बाद रॉबिन उथप्पा (31) की विकेट चटकाई। फाफ डुप्लेसिस ने 59 गेंद पर (86) रन बनाए जबकि मोइन अली ने सिर्फ 20 गेंदों पर (37) रनों की नाबाद पारी खेली। 20 ओवर में टीम ने 192/3 का स्कोर बनाया।
जीत सकती थी KKR
टारगेट का पीछा करते हुए KKR की शुरुआत शानदार देखने को मिली। पहले विकेट के लिए वेंकटेश अय्यर और शुभमन गिल ने 91 रन जोड़े। इस साझेदारी को तोड़ने का काम शार्दूल ठाकुर ने अय्यर (50) को आउट कर किया। इसी ओवर में उन्होंने नितीश राणा (0) की विकेट चटकाई। अगले ही ओवर में हेजलवुड ने सुनील नरेन (2) को पवेलियन भेज दिया। अब KKR का स्कोर 97/3 था। 108 के स्कोर पर टीम ने शुभमन गिल (51) की विकेट गंवाई। गिल के विकेट के बाद KKR के अगले चार विकेट सिर्फ 17 रनों के अंदर गिरे। दिनेश कार्तिक (9), शाकिब अल हसन (0), राहुल त्रिपाठी (2) और कैप्टन मोर्गन (4) के स्कोर पर पवेलियन लौटे।
संघर्ष से मिलती है जीत और जीत के बाद ऐसे होता है जश्न
महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग की ट्रोफी तो जीती लेकिन इसके बाद अपने बयान से सभी का दिल भी जीत लिया। चेन्नई की टीम जो पिछली बार प्लेऑफ तक नहीं पहुंच पाई थी। शुक्रवार को दुबई में केकेआर को हराकर चैंपियन थी। आईपीएल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ था कि जब चेन्नई अंतिम चार में नहीं पहुंच पाई थी। कोलकाता को हराने के बाद भी धोनी ने असली चैंपियन की तरह विपक्षी टीम की तारीफ की।
लगातार तीन हार फिर फाइनल में एंट्री, जश्न तो बनता हैं
अब टूर्नामेंट यूएई पहुंच चुका था। तीन बार की चैंपियन चेन्नई ने यहां भी जीत से आगाज किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराया। लगातार तीन मैच अपने नाम किए। प्लेऑफ में सबसे पहले जगह बनाई, लेकिन इसके बाद टीम की लय बिगड़ गई। दिल्ली के खिलाफ क्वालीफायर से पहले लगातार तीन हार ने फैंस के माथे पर शिकन जरूर लाई थी, लेकिन दिल्ली के खिलाफ 173 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य चेज करते हुए चेन्नई ने अपने विरोधियों को आगाह कर दिया।
क्रिकेट की दुनिया में चमत्कार का नाम धोनी
धोनी से जब पूछा गया कि पिछली बार आप प्लेऑप में नहीं थे और आज चैंपियन है यह कितना बड़ा बदलाव है तो चेन्नई के कप्तान ने कहा, 'चेन्नई सुपर किंग्स के बारे में बात करने से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के बारे में बात करते हैं। उस टीम ने शानदार वापसी की है।'
सौरभ गांगुली ने सौंपी धोनी को IPL 2021 की ट्रॉफी
धोनी ने कहा, 'जिन मुश्किल हालात से कोलकाता ने वापसी की वह काबिले तारीफ है। अगर कोई भी टीम आईपीएल जीतने की हकदार थी तो वह केकेआर थी।' धोनी ने कोलकाता के कोच और टीम सपॉर्ट स्टाफ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'जिस तरह के कोच और सपोर्टिंग स्टाफ ने टीम को तैयारी करवाई उसकी जितनी तारीफ की जाए वह कम है। ब्रेक ने वाकई कोलकाता को काफी मदद पहुंचाई।'
हमारे पास मैच विनर्स थे- धोनी
धोनी ने कहा, 'इसके बाद अब चेन्नई सुपर किंग्स की बात करें, तो हम खिलाड़ियों को बदलते रहे। हमारे पास मैच विनर्स थे जो हर मैच में सामने आते रहे। वे काफी अच्छा खेलते रहे।'
कप्तान के रूप में टी20 में अपना 300वां मैच खेल रहे थे धोनी
चेन्नई ने इससे पहले 2010, 2011 और 2018 में खिताब जीते थे जबकि केकेआर 2012 और 2014 के अपने खिताब में इजाफा नहीं कर पाया। मुंबई इंडियन्स सर्वाधिक पांच बार चैंपियन बना है। कप्तान के रूप में टी20 में अपना 300वां मैच खेल रहे धोनी ने चौथे खिताब से इसका जश्न मनाया।