वाराणसी में बोले जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह: बुंदेलखंड से कशी तक के हर गरीब के घरों में नलों से शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता
यूपी जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा की बुंदेलखंड से काशी तक गांव से लेकर समाज के अंतिम पंक्ति के गरीब व्यक्ति के घरों में नलों से शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को वाराणसी में विभागीय कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को ताकीद किया कि गर्मी में किसी स्तर पर पेयजल संकट नहीं होना चाहिए। हैंडपंप व नलकूप जल्द से जल्द युद्ध स्तर पर अभियान चला कर दुरुस्त किया जाए। साथ ही नहरों की सफाई का काम भी युद्ध स्तर पर होना चाहिए। कहा, बुंदेलखंड से काशी तक गांव से लेकर समाज के अंतिम पंक्ति के गरीब व्यक्ति के घरों में नलों से शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।
स्वतंत्र देव सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पूर्वांचल के जिन-जिन क्षेत्रों एवं नदियों में बाढ़ आती है और उनकी परियोजनाएं स्वीकृत होकर उन पर कार्य शुरू हो गए हैं, उन्हें युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर 15 जून तक पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही जिन परियोजनाओं पर पूर्व से कार्य हो रहे हैं, उन्हें भी मई तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कराएं।
एक सप्ताह में सभी खराब नलकूप दुरुस्त किया जाए
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह रविवार को सर्किट हाउस सभागार में सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की प्रगति की मंडलीय समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आकांक्षाओं के अनुरूप 2024 तक बुंदेलखंड से काशी तक गांव से लेकर समाज के अंतिम पंक्ति के गरीब व्यक्ति के घरों में नलों से शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने सिंचाई विभाग के अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी नलकूप हर हालत में चालू हालत में होना चाहिए। वाराणसी मंडल के जनपदों में जो भी खराब नलकूप हो, उन्हें तत्काल दुरुस्त कराए जाने को कार्ययोजना तैयार कर एक सप्ताह में उपलब्ध कराएं।
उन्होंने नहरों की सफाई कार्य युद्धस्तर पर अभियान चलाकर प्राथमिकता एवं पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि नहरों के टेल तक पानी पहुंचना चाहिए, ताकि हर किसान के खेत तक पानी पहुंच सके। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता अथवा लापरवाही कतई नहीं होनी चाहिए। गर्मी में पेयजल की समस्या कत्तई नहीं होनी चाहिए। इसके लिए अधिकारी व्यवस्था सुनिश्चित करें और जहां कहीं भी कोई समस्या हो तो उसका स्थायी समाधान कराएं।