हम डूबते हैं, डूबने दो, मरने दो... यासिर की डायरी से खुलेगा डीजी हेमंत लोहिया की हत्या का राज!
उसने एक शायरी में लिखा कि हम डूबते हैं, डूबने दो। हम मरते हैं, तो मरने दो। पर अब कोई झूठापन मत दिखाओ। इससे पहले पुलिस ने अपने बयान में कहा था कि वह डिप्रेशन में था। एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह ने बताया, 'अभी तक की जांच में सामने आया है कि नौकर यासिर अहमद मुख्य आरोपी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और सूत्रों के मुताबिक वह डिप्रेशन में भी था।
जम्मू-कश्मीर में डीजी जेल हेमंत लोहिया की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलाया किया है। मुख्य आरोपी यासिर की डायरी पुलिस के हाथ लगी है। पुलिस को वारदात की जगह से एक डायरी मिली है। इसमें हिंदी में शायरियां लिखी हैं। अंग्रेजी में नोट्स लिये हैं। शायरियों में उसने अपनी जिंदगी को खत्म करने का संकेत दिया है। उसने एक शायरी में लिखा कि हम डूबते हैं, डूबने दो। हम मरते हैं, तो मरने दो। पर अब कोई झूठापन मत दिखाओ। इससे पहले पुलिस ने अपने बयान में कहा था कि वह डिप्रेशन में था। एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह ने बताया, 'अभी तक की जांच में सामने आया है कि नौकर यासिर अहमद मुख्य आरोपी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और सूत्रों के मुताबिक वह डिप्रेशन में भी था।
पुलिस का कहना है कि एक डायरी में हिंदी में गाने हैं, जिनमें से एक का शीर्षक है, भुला देना मुझे। दूसरे पेज छोटे वाक्यों और नोटों से भरे हुए हैं – मैं अपने जीवन से नफरत करता हूं, जीवन सिर्फ दुःख है …” – और एक में एक चार्ट है जो माई लाइफ 1%” लेबल वाली फोन बैटरी के चित्र से शुरू होता है। इसमें आगे लिखा है कि लव 0%, टेंशन 90%, सैड 99%, फेक स्माइल 100%, यह आगे पढ़ता है। लाइफ शीर्षक वाला एक और नोट – मैं जैसी लाइफ जी रहा हूं, मुझे हमें कोई समस्या नहीं है… समस्याइस बात की है कि भविष्य में क्या होगा। डायरी के पांच पन्नों में कुछ न कुछ लिखा है।
सीसीटीवी फुटेज से भी साफ पता चला है कि घटना को अंजाम देने के बाद संदिग्ध नौकर भाग गया। नौकर यासिर छह महीने से एच के लोहिया के यहां काम कर रहा था। वो डिप्रेशन का शिकार था। मौके से हथियार और कथित तौर पर उसके डायरी भी बरामद हुई है। डायरी के एक पन्ने पर लिखा है - जिंदगी तो बस तकलीफ देती है, सुकुन तो अब मौत ही देगी, डियर डेथ, प्लीज कम इन टू माई लाइफ...आई एम अल्वेज वेटिंग फार यू...।
सोमवार देर रात हुई हत्या
57 वर्षीय 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी जम्मू के उदयवाला में अपने दोस्त के घर पर सोमवार देर रात मृत पाये गये थे। उनका गला रेता हुआ था और शरीर पर जले के निशान भी थे। पुलिस को आशंका है कि गला रेतने के बाद डीजी का शव जलाने का प्रयास किया गया होगा। जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि घटना के बाद से उनका नौकर फरार है और उसे तलाशने का अभियान शुरू हो चुका है। नौकर की पहचान यासीर के रूप में हुई है जो जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले से ताल्लुक रखता है।