आतंकवाद , तीन परिवार और जम्मू कश्मीर के लिए प्रोजेक्ट की सौगात , जाने जम्मू में क्या बोले अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू में एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि अब यहां तीन परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी।
जम्मू कश्मीर : देश के गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने रविवार को जम्मू में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 10 किलोमीटर दूर शाह ने हजारों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अब प्रदेश के विकास में कोई खलल नहीं डाल पाएगा। शाह ने यह भी कहा कि अब जम्मू के साथ हुए भेदभाव का समय खत्म हो गया है। महबूबा और फारूक अब्दुल्ला के परिवार को निशाने पर लेते हुए शाह ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी।
'तीन परिवारों से हिसाब लेने आया हूँ '
शाह ने कहा कि कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे ? भाई मैं तो हिसाब लेकर आया हूं कि क्या देकर जाऊंगा। मगर 70 साल तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ। आज जम्मू-कश्मीर हिसाब मांग रहा है।
370 के अंत के बाद सभी को मिले अधिकार: शाह
अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया। इससे जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों को अपने अधिकार प्राप्त हुए। अब भारतीय संविधान के सभी अधिकार यहां के सभी लोगों को मिल रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में अब सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो चुकी है: शाह
अमित शाह ने कहा कि एक जमाना था कि जम्मू-कश्मीर में कहने को पांच मगर चार ही मेडिकल कॉलेज थे। आज मैं आपको बताने आया हूं कि जम्मू-कश्मीर में अब सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो चुकी है। पहले 500 विद्यार्थी यहां से MBBS कर सकते थे, अब लगभग 2,000 विद्यार्थी यहां MBBS कर पाएंगे।
जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए 55,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिया: शाह
अमित शाह ने कहा कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए 55,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिया था। आज 55,000 करोड़ रुपये के पैकेज में से 33,000 करोड़ रुपये खर्च हो चुका है, विकास की 21 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं।
पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था: गृह मंत्री
गृह मंत्री ने कहा कि पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था। जो शरणार्थी वहां से यहां आए थे, उनके अधिकार नहीं थे, वाल्मीकि, गुर्जर भाइयों के अधिकार नहीं थे। भारत के संविधान के सभी अधिकार अब मेरे इन भाइयों को मिलने वाले हैं।
प्रेम नाथ डोगरा को किया याद
शाह ने अपनी सभा में जम्मू के बड़े नेता प्रेम नाथ डोगरा को भी याद किया। शाह ने कहा कि आज प्रेमनाथ जी का जन्मदिन है और पूरे देश के लोग कभी उन्हें भुला नहीं सकते। ये वो महान शख्सियत थी, जिन्होंने प्रजा परिषद की स्थापना कर एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे, इसका नारा दिया था। शाह ने कहा कि प्रेमनाथ जी और जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आत्मा जहां होगी, वह पीएम नरेंद्र मोदी को अपना आशीर्वाद दे रहे होंगे।