नड्डा की हिदायत : व्यक्ति नहीं पार्टी लड़ेगी चुनाव, बोले- जिसे टिकट मिले उसे जिताएं
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंत्रियों व पदाधिकारियों से कहा कि उम्मीदवार चयन कर टिकट देना पार्टी का काम है। पार्टी जिसे भी टिकट दे उसे चुनाव जीतना संगठन के पदाधिकारियों, सरकार के मंत्रियों और सांसदों की सामूहिक जिम्मेदारी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कोई व्यक्ति नहीं बल्कि भाजपा चुनाव लड़ेगी। जिसे भी पार्टी टिकट दे, प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और पदाधिकारी बगैर किसी मनमुटाव के चुनाव जिताने में जुट जाएं।
शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में प्रदेश सरकार के मंत्रियों, भाजपा सांसदों और प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक में ओबीसी वोट बैंक के समानांतर दलित वोट बैंक बढ़ाने पर भी मंथन किया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दो टूक कहा है कि मंत्री और पदाधिकारी ग्रामीण व शहरी इलाकों में प्रवास के दौरान दलित बस्ती में नहीं गए तो वह प्रवास माना नहीं जाएगा। भाजपा अध्यक्ष ने मंत्रियों व पदाधिकारियों से कहा कि उम्मीदवार चयन कर टिकट देना पार्टी का काम है।
पार्टी जिसे भी टिकट दे उसे चुनाव जीतना संगठन के पदाधिकारियों, सरकार के मंत्रियों और सांसदों की सामूहिक जिम्मेदारी है। अति आत्मविश्वास में न रहें कि हम चुनाव जीत रहे हैं। अगर ऐसा है तो जनता के बीच जाने की क्या जरूरत है?
उन्होंने कहा कि विनम्र भाव से जनता के बीच जाकर अपनी उपलब्धियां बताकर आशीर्वाद मांगे। सांसद और विधायक चाय पर एक दूसरे के घर जाकर चुनावी तैयारियों पर बात करें। प्रदेश में बीते साढ़े चार साल में हर क्षेत्र में रिकार्ड काम हुआ है। यह बड़ी उपलब्धि है।
इसके साथ भाजपा के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा ईमानदार नेतृत्व है जिस पर विपक्ष भी कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता। प्रदेश व केंद्र सरकार ने सभी वर्गों और क्षेत्रों के लिए काम किया है। हम वोट मांगने के लिए सभी के बीच जा सकते है।
जनता की बात सुनें और उनकी छोटी-छोटी समस्याओं केसमाधान का प्रयास करें। मंत्री स्वयं को बड़ा न समझें। छोटे-छोटे कार्यकर्ता काम करते हैं तब भी आप बड़े बनते हैं। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक वोट बैंक पर कब्जा जमाने के लिए दलित वोट बैंक पर फोकस करने पर मंथन हुआ।
मंत्रियों का मानना था कि दलित और जाट समुदाय के बीच अपेक्षाकृत कम ध्यान दिया जाता है। उनका कहना था कि 2014 के बाद से बसपा लगातार कमजोर हो रही है ऐसी में दलित वोट बैंक को भाजपा के साथ लाया जा सकता है। उनका मानना था कि दलित मतदाता सपा में नहीं जाना चाहते हैं ऐसे में उनके सामने भाजपा ही विकल्प है। पश्चिम से पूरब तक दलित वोट बैंक को साधकर भाजपा में उनका वोट प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है।
यह भी आए सुझाव
- डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर चिंता करनी चाहिए।
- सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को नीचे तक पहुंचाना होगा।
- जनता की प्रमुख समस्याओं को समझकर चुनाव से पहले उनका समाधान करना चाहिए।
- पश्चिम में चल रहे किसान आंदोलन को खत्म कराने का प्रयास करना चाहिए।
- गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करना चाहिए।