कानपूर: क्रूरता की इंतहा... पहले गला रेता फिर पांच बार पूरी ताकत से किए वार, 10वीं की छात्रा को लेकर हुआ था विवाद
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। आपसी झगड़े के बाद हाईस्कूल के 13 साल के नाबालिग छात्र ने कक्षा में अपने सहपाठी के गले पर चाकू से कई वार कर दिए। इससे छात्र के गले से खून का फव्वारा फूट पड़ा। उसे तुरंत एलएलआर अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के यशोदा नगर इलाके में स्थित विद्यालय प्रयाग विद्या मंदिर से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। आपसी झगड़े के बाद हाईस्कूल के 13 साल के नाबालिग छात्र ने कक्षा में अपने सहपाठी के गले पर चाकू से कई वार कर दिए। इससे छात्र के गले से खून का फव्वारा फूट पड़ा। उसे तुरंत एलएलआर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
वहीं, अन्य छात्रों और स्कूल प्रबंधन ने आरोपित छात्र को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों छात्रों में चार दिनों से एक छात्रा को लेकर विवाद चल रहा था। आरोपित छात्र बैग में चाकू छिपाकर लाया था। मामले में हमलावर छात्र के साथ उसके दो साथियों को भी आरोपित बनाया गया है।
बैग में छिपाकर चाकू लाया था छात्र
प्लाईवुड कंपनी के कर्मचारी गंगापुर कालोनी निवासी जितेंद्र तिवारी का 15 वर्षीय इकलौता बेटा नीलेंद्र 10वीं का छात्र था। प्रत्यक्षदर्शी छात्रों के मुताबिक सुबह करीब साढ़े 10 बजे नीलेंद्र का अपने सहपाठी से झगड़ा हो गया। लंच के समय दूसरे छात्र ने बैग में छिपाकर लाए चाकू से नीलेंद्र के गले पर एक के बाद एक कई वार कर दिए।
घटना से कक्षा में चीख-पुकार मच गई, अन्य छात्र बाहर भागे। कुछ ने हिम्मत करके आरोपित को पकड़ा। स्कूल प्रबंधन ने तत्काल नीलेंद्र को एलएलआर अस्पताल पहुंचाया, तब तक उसकी सांसें चल रही थीं। डाक्टरों ने बचाने की भरसक कोशिश की, लेकिन उपचार के 15 मिनट बाद ही उसने दम तोड़ दिया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि दोनों छात्रों के बीच एक छात्रा को लेकर पिछले चार-पांच दिनों से विवाद चल रहा था। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। वहीं, पुलिस आयुक्त बीपी जोगदण्ड ने बताया कि आरोपित छात्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सहपाठियों को धमकाया
आरोपित छात्र मूलरूप से महाराजपुर के लालापुर का रहने वाला है। वह गंगापुर कालोनी में अपने फूफा के घर रहकर पढ़ाई कर रहा था। वह काफी गुस्सैल प्रवृत्ति का है। घटना के बाद सहपाठियों ने जब उसे पकड़ा तो वह उन्हें भी धमकाता रहा। बोला, छूटकर आया तो तुम सबका भी नीलेंद्र जैसा ही हाल करूंगा, इससे छात्रों में दहशत रही।
श्वांस नली कटने से गई नीलेंद्र की जान
नीलेंद्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आरोपित की क्रूरता और गुस्से को बयां कर रही है। नीलेंद्र के गले पर चाकू के छह गहरे घाव मिले हैं। श्वास नली कटने और ज्यादा खून बहने से नीलेंद्र की मौत हो गई।