कानपूर: मिर्जापुर के गुड्डू भइया से प्रभावित होकर किया कत्ल कर, फैलाना चाहता था दहशत, आरोपी ने 4 बार देखी ये वेबसीरीज
कानपुर के बिधनू की गंगापुर कॉलोनी में प्रयाग विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कक्षा 10 के सहपाठी छात्र नीलेंद्र की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी छात्र ने ओटीटी प्लेटफार्म पर मिर्जापुर वेब सीरीज चार बार देखी थी। आरोपी वेबसीरीज मिर्जापुर के गुड्डू भइया की तरह सरेआम कत्ल करके दहशत फैलाना चाहता था।
कानपुर के बिधनू की गंगापुर कॉलोनी में प्रयाग विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कक्षा 10 के सहपाठी छात्र नीलेंद्र की हत्या का आरोपी छात्र आपराधिक घटनाओं पर बनी वेबसीरीज का शौकीन है। उसने ओटीटी प्लेटफार्म पर मिर्जापुर वेबसीरीज चार बार देख रखी थी। वेबसीरीज के कैरेक्टर गुड्डू भइया से खासा प्रभावित था।
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि उसके जैसे ही सरेआम कत्ल करके इलाके में दहशत फैलाना चाहता था। मूलरूप से महाराजपुर, रूमा के लालापुर गांव का रहने वाला हत्यारोपी अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। माता-पिता के प्यार में इस कदर बिगड़ा कि छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने लगा।
एसीपी घाटमपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि उसकी लड़ाई-झगड़े की आदत से तंग आकर परिजनों ने उसे उसके फूफा के पास गंगापुर भेजा था। यहां भी वह नहीं सुधरा। कभी फूफा के मोबाइल तो कभी दोस्त का मोबाइल लाकर अक्सर रात-रातभर वेबसीरीज देखा करता था।
इसी का असर था कि वह अपने स्कूल के दोस्तों पर भी जरा सी बात पर हाथ छोड़ देता था। कई बार उसके दोस्तों ने उसे गुड्डू पंडित के डायलॉग भी बोलते सुना।
वेबसीरीज में जैसे गुड्डू भइया सरेराह शुक्ला को हिंदी वर्णमाला का पाठ पढ़ाते हुए गोली मार देता है, ठीक उसी तरह से वह सरेआम नीलेंद्र की भी चाकू से गोदकर हत्या करना चाहता था। सोमवार को जैसे ही उसे मौका मिला, उसने उसी अंदाज में नीलेंद्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद नहीं किया भागने का प्रयास
हत्यारोपी छात्र को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था। नीलेंद्र पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने के बाद वह मौके पर ही हाथ में चाकू लिए खड़ा रहा। उसके चेहरे, हाथ और कपड़े नीलेंद्र के खून से सन चुके थे।
इसके बाद भी उसके चेहरे पर कोई दहशत देखने को नहीं मिली, जबकि कक्षा में मौजूद अन्य छात्र-छात्राओं में चीख पुकार मच गई। इतना सब होने के बाद भी उसने मौके से भागने तक का प्रयास नहीं किया।
अफसर बनाना चाहते थे, बन गया अपराधी
पढ़ाई लिखाई में मन न लगने और आए दिन किसी न किसी से झगड़ने से परेशान होकर परिजनों ने उसे लखनऊ में रहने वाले उसके चाचा के पास भेजा दिया। वहां भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।
चाचा के रोकने टोकने पर उन पर हावी होने लगा। इसके बाद उन्होंने भी छात्र को साथ रखने से मना कर दिया। दो साल पहले बिधनू निवासी छात्र के फूफा उसे साथ ले आए। नीलेंद्र की हत्या से अवाक रहे हत्यारोपी के फूफा बोले कि वह तो उसे अफसर बनाना चाहते थे, लेकिन वह अपराधी बन गया।
यू-ट्यूब और ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंसक वेबसीरीज देखकर छात्र की मनोवृत्ति ही अपराधियों जैसे हो गई। उससे पूछताछ में इन सबके प्रभाव का पता चलता है। आरोपी को बच्चों की कोर्ट में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह भेजा गया है।- दिनेश कुमार शुक्ला, एसीपी घाटमपुर