लखनऊ: बचपन के दोस्त और उसकी पत्नी ने की थी लैब टेक्नीशियन की हत्या, कार की बैक सीट पर मिला था शव
लखनऊ में एनबीआरआई से रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार श्रीवास्तव की हत्या की साजिश उसके बचपन के दोस्त जागेश्वर श्रीवास्तव और उसकी पत्नी अरुणा श्रीवास्तव ने रची थी। अरुणा श्रीवास्तव और मनोज के बीच कई साल से बातचीत हो रही थी जिसको लेकर वह ब्लैकमेल भी कर रही थी। मनोज की पत्नी सुषमा का आरोप है कि इसी वजह से दोनों ने मनोज की हत्या कर दी।
एनबीआरआई से रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार श्रीवास्तव की हत्या की साजिश उसके बचपन के दोस्त जागेश्वर श्रीवास्तव और उसकी पत्नी अरुणा श्रीवास्तव ने रची थी। अरुणा श्रीवास्तव और मनोज के बीच कई साल से बातचीत हो रही थी, जिसको लेकर वह ब्लैकमेल भी कर रही थी। मनोज की पत्नी सुषमा का आरोप है कि इसी वजह से दोनों ने मनोज की हत्या कर दी।
पुलिस ने शनिवार को मनोज की हत्या के मामले में दंपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मनोज की पत्नी सुषमा ने बताया कि 21 मार्च को शव मिलने के बाद पुलिस ने सीसी कैमरे की फुटेज दिखाई थी। उसमें जो महिला कार से निकलते दिखी थी वह मनोज के दोस्त जागेश्वर की पत्नी अरुणा श्रीवास्तव थी।
सुषमा का आरोप है कि विगत कई वर्षों से अरुणा और मनोज एक दूसरे के संपर्क में थे। यह बात जब सुषमा को पता चली तो उसने अरुणा के पति जागेश्वर से शिकायत की। जागेश्वर ने कहा जो चल रहा है चलने दो। सुषमा का कहना है कि चूंकि दोनों मिलकर ब्लैकमेलिंग कर रहे थे, इसलिए वह लोग मुझ पर भी दबाव बनाने लगे। वहीं, सुषमा के आरोपों पर इंस्पेक्टर का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर ली है जांच के आधार पर आगे कार्रवाई जाएगी।
ब्लैकमेलिंग से तंग आ चुका था मनोज
सुषमा का कहना है कि बार-बार रुपये मांगने से मनोज तंग आ चुके थे। एक महीने पहले मनोज ने मुझसे और बेटे हर्ष चंद्रा से यह बात बताई थी, लेकिन परिवार की प्रतिष्ठा के चलते पुलिस में शिकायत नहीं की थी।
यह था मामला
डालीबाग स्थित गन्ना संस्थान के पास गत 21 मार्च को कार में एनबीआरआई से रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन 60 वर्षीय मनोज कुमार श्रीवास्तव का शव मिला था। सर्विलांस की मदद से ट्रेस करते हुए गुडंबा पुलिस घटनास्थल तक पहुंची थी। मनोज के परिवार ने 20 मार्च की रात गुमशुदगी दर्ज कराई थी।