लखनऊ : गला दबाकर की गई 10वीं की छात्रा की हत्या, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं
लखनऊ के इंदिरानगर में बुधवार दोपहर 10वीं की छात्रा का शव फंदे से लटकता मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की बात सामने आई है। रेप की पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट में छात्रा के शरीर में कोई अंदरूनी चोट नहीं है।
परिजन पड़ोस के किशोर पर रेप के बाद हत्या का आरोप लगा रहे हैं। जबकि आरोपी का कहना है कि लड़की के घर वालों ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इसके बाद वह वहां से भाग गया था। वहीं, पुलिस ऑनर किलिंग के एंगल पर भी जांच कर रही है।
पुलिस ने किशोर को बाल सुधार गृह भेजा
पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर किशोर पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया- बुधवार को मैं लड़की के घर गया था। लड़की के घरवालों ने हम दोनों को पकड़ लिया था। मेरे वहां से जाने के बाद क्या हुआ, मुझे नहीं पता।
.इसलिए गहराया ऑनर किलिंग का शक
इंस्पेक्टर छत्रपाल ने कहा, घटना के वक्त उसके माता-पिता पॉलिटेक्निक स्थित अपनी प्रेस की दुकान पर थे, लेकिन उस समय उसके छोटे भाई-बहन कहा थे। परिजन इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए पुलिस ने ऑनर किलिंग के एंगल पर भी जांच तेज कर दी है। पुलिस इलाके का सीसीटीवी खंगालने की भी कोशिश कर रही है।
"दोनों की फोन पर होती थी बात"
डीसीपी उत्तर सै. कासिम आब्दी ने बताया, थाना पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में दोनों की दोस्ती होना और लगातार फोन पर बात होने की बात भी सामने आई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय लोगों में चर्चा है कि गैर धर्म के लड़के से दोस्ती को लेकर परिजनों ने कई बार आपत्ति जताई थी। जिसको लेकर एक बार विवाद भी हुआ था।
हत्या का पता चलते ही शुरू किया प्रदर्शन
7 जून को घर के कमरे में शव मिलने के बाद पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लिया था। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव लेकर घर चले गए। इसी बीच उन्हें हत्या की बात का पता चली। इसके बाद उन्होंने शव सड़क पर रखकर नारेबाजी शुरू कर दी।
सूचना पर एसीपी गाजीपुर दिलीप सिंह भारी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। परिजनों की मांग थी कि आरोपी युवक को फांसी की सजा दिलाने के लिए केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए। साथ ही 25 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाई जाए। इस दौरान सड़क से शव हटाने को लेकर पुलिसकर्मियों और प्रदर्शन में जुटे लोगों में तीखी नोक-झोक भी हुई। करीब आधे घंटे प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजनों ने छात्रा का अंतिम संस्कार किया।
परिजनों का क्या कहना है...
"बेटी के साथ अश्लील हरकतें करता था"
पिता ने कहा, आरोपी घर के पड़ोस में ही रहता है। वह घर के पास ही अपने भाई के साथ ऑटोमोबाइल की दुकान चलाता है। वह अक्सर बेटी को आते-जाते परेशान करता था। रास्ते में अश्लील हरकतें करता था। बेटी ने विरोध किया तो उसे धमकी देता था। बेटी ने डर के घर में किसी को नहीं बताया।
मां बोली- मैं घर लौटी तो किशोर भाग रहा था
छात्रा की मां ने कहा, "मेरी बेटी पढ़ने में बहुत होशियार थी। इस बार 10वीं की परीक्षा देती। 7 जून को घर में बेटी अकेली थी। मैं काम पर चली गई थी। लगभग 2 बजे जब मैं घर लौटी तो देखा कि पड़ोस का रहने वाला लड़का घर के अंदर ही था। मेरे पहुंचते ही वह घर से भाग निकला। जब मैं कमरे के अंदर पहुंची तो देखा बेटी का शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। इस दौरान मेरी चीख निकल गई। बेटी के कपड़े अस्त-व्यस्त थे।