कैदी नंबर 241383 बने नवजोत सिंह सिद्धू, मर्डर केस के 8 कैदियों संग रहेंगे सिद्धू; नहीं भाया जेल का खाना मांगा स्पेशल डाइट
रोडरेज केस में पटियाला सेंट्रल जेल गए नवजोत सिंह सिद्धू अब कैदी नंबर 241383 बन गए हैं। जेल के अंदर जाने के बाद उन्हें यह कैदी नंबर अलॉट हुआ है। वहीं सिद्धू के कट्टर विरोधी बिक्रम सिंह मजीठिया की बैरक सिद्धू से 500 मीटर दूर है। मजीठिया बैरक नंबर 11 में हैं।
रोडरेज केस में पटियाला सेंट्रल जेल गए नवजोत सिंह सिद्धू अब कैदी नंबर 241383 बन गए हैं। जेल के अंदर जाने के बाद उन्हें यह कैदी नंबर अलॉट हुआ है। सिद्धू ने शुक्रवार शाम को पटियाला सेशन कोर्ट में सरेंडर किया था। वहां मेडिकल करवाने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
पहले उन्हें लाइब्रेरी अहाते में रखा गया। हालांकि बाद में कैदी नंबर अलॉट कर बैरक नंबर 10 में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां उन्हें हत्या में सजा काट रहे 8 कैदियों के साथ रखा गया है। बैरक में सिद्धू को सीमेंट से बने थड़े पर सोना होगा। सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने मामले में एक साल बामशक्कत कैद की सजा सुनाई है।
सिद्धू को शुक्रवार शाम सवा 7 बजे जेल मैनुअल के मुताबिक दाल-रोटी दी गई। हालांकि उन्होंने सेहत का हवाला देते हुए खाने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ सलाद और फ्रूट ही खाया। वहीं सिद्धू के कट्टर विरोधी बिक्रम सिंह मजीठिया की बैरक सिद्धू से 500 मीटर दूर है। मजीठिया बैरक नंबर 11 में हैं। वह ड्रग्स केस में हवालाती हैं। सिद्धू और मजीठिया की बैरक के बाहर सिक्योरिटी भी तैनात की गई है।
जेल के अन्दर सिद्धू को दिया गया यह सामान
जेल के भीतर सिद्धू को कैदियों वाले सफेद कपड़े पहनने होंगे। सिद्धू को जेल में एक कुर्सी-टेबल, एक अलमारी, 2 पगड़ी, एक कंबल, एक बेड, तीन अंडरवियर और बनियान, 2 टॉवल, एक मच्छरदानी, एक कॉपी-पेन, जूतों की जोड़ी, 2 बैडशीट, दो तकिया कवर और 4 कुर्ते-पायजामे दिए गए हैं।
गेहूं से एलर्जी, सिद्धू मांग चुके स्पेशल डाइट
सिद्धू को लीवर की प्रॉब्लम है। इसके अलावा उनके पैरों में बैल्ट भी बंधी हुई है। सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ला ने कहा कि सिद्धू को गेहूं से एलर्जी है। वह गेहूं की रोटी नहीं खा सकते। लंबे समय से वह रोटी नहीं खा रहे। इसलिए उन्होंने स्पेशल डाइट मांगी है। इसके बारे में उन्होंने कल मेडिकल के दौरान भी जानकारी दी।
जेल में सिद्धू की दिनचर्या
सिद्धू का जेल में दिन सुबह साढ़े 5 बजे शुरू हो जाएगा। सुबह 7 बजे चाय के साथ बिस्किट या काले चने दिए जाएंगे। इसके बाद सुबह 8.30 बजे नाश्ता होगा। जिसमें रोटी और दाल या सब्जी मिलेगी। इसके बाद उन्हें काम करने के लिए फैक्ट्री में ले जाया जाएगा। वहां उन्हें दिनभर काम करना होगा। शाम साढ़े 5 बजे उनकी छुट्टी होगी। शाम 6 बजे उन्हें रात का खाना मिलेगा। रात 7 बजे उन्हें बैरक में बंद कर दिया जाएगा।
जेल प्रशासन ने सिद्धू से मांगे 5 नंबर
जेल प्रशासन ने सिद्धू से कहा कि वे कोई भी 5 नंबर दे सकते हैं। जेल में बंद कैदी को जेल प्रशासन ने फोन करने की सुविधा दे रखी है। कैदी उन्हीं को फोन कर सकता है, जिनके नंबर वह जेल प्रशासन को देता है। दिए गए नंबरों के अलावा किसी भी अन्य नंबर काल करने की सुविधा नहीं होती। क्योंकि वही नंबर रिकॉर्ड में रखे जाते हैं।