बाराबंकी: रिकवरी के डर से 892 अपात्रों ने सरेंडर किया अपना राशन कार्ड
बाराबंकी रिकवरी के डर से अपात्र अपने राशन कार्ड विभाग में सरेंडर कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले 112 लोगों ने कार्ड जमा किए वहीं अब तक कार्ड सरेंडर करने वालों की संख्या बढ़कर 892 पहुंच गई है।
बाराबंकी में रिकवरी के डर से अपात्र अपने राशन कार्ड विभाग में सरेंडर कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले 112 लोगों ने कार्ड जमा किए वहीं अब तक कार्ड सरेंडर करने वालों की संख्या बढ़कर 892 पहुंच गई है। इससे 3568 यूनिट का राशन बचेगा जिससे गरीबों को कार्ड बनाकर वितरण किया जाएगा।
जिला पूर्ति अधिकारी डा़ राकेश तिवारी ने अपात्रों से राशन गरीबों के लिए छोड़ने और कार्डों को सरेंडर करने की अपील की थी। इसका असर दिखने लगा है। 882 पात्र गृहस्थी और 10 राशन कार्ड अंत्योदय के सरेंडर हुए। प्रतिदिन लोग जिला पूर्ति और तहसीलों में जाकर कार्ड सरेंडर कर रहे हैं। डीएसओ ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत ग्रामीण क्षेत्र में आबादी का 79.56 प्रतिशत राशन कार्ड बनाने की सीमा है।
यहां 82.4 प्रतिशत राशन कार्ड बने हैं। वहीं शहरी क्षेत्र का लक्ष्य 64.43 प्रतिशत के सापेक्ष 65.2 प्रतिशत राशन कार्ड बने हैं। राशनकार्ड बन जाने से बाराबंकी में एक बड़ी समस्या है। अभी भी जिले में तमाम गरीब परिवार ऐसे हैं, जो राशन कार्ड से वंचित हैं। विभाग चाहकर भी ऐसे पात्र लोगों के राशनकार्ड जारी नहीं कर पा रहा है। अब अपील काम आने लगी है, जागरूक व्यक्ति अपना राशनकार्ड सरेंडर कर रहे हैं।