कानपुर: फर्जी कागजात से पासपोर्ट बनाने वाले, गिरोह का मुखिया गिरफ्तार
पुलिस ने फर्जी कागजात से असली पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के सरगना विपिन को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया है। उसे मंगलवार शाम को कानपुर लाया गया है
फर्जी कागजात से असली पासपोर्ट बनाने के मामले में कर्नलगंज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गिरोह का सरगना विपिन को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया है। उसे मंगलवार शाम को कानपुर लाया गया। फिलहाल उससे गोपनीय स्थान पर पूछताछ की जा रही है। विपिन का पासपोर्ट कार्यालय में सेटिंग का कनेक्शन निकला है।
कर्नलगंज पुलिस ने 24 बाबूपुरवा निवासी वसीम अली को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसके जरिए खुलासा किया था कि आरोपी व उसका गिरोह शैक्षणिक समेत अन्य दस्तावेज फर्जी तैयार करता था। इसके आधार पर असली पासपोर्ट बनवा लेते थे। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि एक दर्जन से अधिक लोग इसमें शामिल हैं। गिरोह का सरगना वाराणसी निवासी विपिन है। पुलिस पिछले तीन चार दिनों से वाराणसी में डेरा डाले हुए थे। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि विपिन के संबंध पासपोर्ट कार्यालय में किन-किन अधिकारियों और कर्मचारियों से थे। उसका गिरोह किस तरह योजनाबद्ध ढंग से काम कर रहा था। अभी तक की पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां हाथ लगी हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक विपिन ने यह स्वीकार किया है कि पासपोर्ट कार्यालय में उसकी जबर्दस्त सेटिंग थी।
गोरखपुर, वाराणसी और कानपुर कई लोग इस गिरोह शामिल
कानपुर में तैनात रहे पासपोर्ट अफसर शैलेंद्र सिन्हा का नाम भी इस मामले में आया था। पुलिस शैलेंद्र से भी पूछताछ कर चुकी है। तमाम साक्ष्य उनके खिलाफ जुटाए हैं। पुलिस के मुताबिक विपिन का सीधा कनेक्शन शैलेंद्र से रहा है। जहां-जहां शैलेंद्र की पोस्टिंग रही। विपिन ने इस तरह के पासपोर्ट वहीं से बनवाए। जांच में पता चला है कि गोरखपुर, वाराणसी और कानपुर शहर के कई लोग इस गिरोह में हैं। इन तीन शहरों से फर्जीवाड़ा कर पासपोर्ट बनवाए गए हैं।