लखनऊ: फर्जी दस्तावेजों के जरिए फाइनेंस कंपनियों से लोन लेने वाले ठगों का पर्दाफाश, अब तक इतने लाख रुपयों का किया गोलमाल
फर्जी दस्तावेज पर फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों रुपए का लोन लेकर हड़प चुके गिरोह के मुखिया सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उप आयुक्त पूर्वी कमिश्नरेट लखनऊ ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। बुधवार को गिरोह के कुछ सदस्यों के लखनऊ में होने की जानकारी मिली। इसपर टीम ने पांच आरोपियों को राजाजीपुरम से गिरफ्तार किया।
STF ने पांच जालसाजों को गिरफ्तार किया है। ये फर्जी दस्तावेज पर फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों रुपए का लोन लेकर हड़प चुके हैं। इन जालसाजों ने जुनैद और नदीम को फहद व इरफान बनाकर आईआईएफएल फाइनेंस से 70 लाख रुपए का लोन लिया था। इस कंपनी ने इनके खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज करवाया था।
अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं
ADG STF अमिताभ यस ने बताया कि इस गिरोह ने कई फाइनेंस कंपनी से करोड़ों रुपए हड़प चुका है। गिरोह के मुखिया सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उप आयुक्त पूर्वी कमिश्नरेट लखनऊ ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। बुधवार को गिरोह के कुछ सदस्यों के लखनऊ में होने की जानकारी मिली। इसपर टीम ने पांच आरोपियों को राजाजीपुरम से गिरफ्तार किया।
सोहेल खान है गिरोह का मुखिया
गिरोह के मुखिया सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान ने पूछतांछ मे बताया कि वो कानपुर का रहने वाला है। 2000 मे लखनऊ के अशियाना मे रहकर 2003 तक ट्रेवेल्स कम्पनी मे नौकरी किया। इसके बाद 2004 मे एचडीएफसी बैंक में नौकरी करने लगा।
इसी बीच 2005 मे एबीएन एम्ब्रो बैंक मे क्रेडिट कार्ड बनवाने का काम भी किया। 2007 से 2017 तक 10 कई बैंक और फाइनेन्स कम्पनियों मे लोन एजेंट का काम किया। इस बीच लगभग 400 लोगों की लोन फाइल बैंक, फाइनेन्स कम्पनियों में लगायी, जिससे लोन कराने का अच्छा अनुभव हो गया।
सोहेल खान ने गुड्डू खान नाम से फर्जी पतों पर कई कूटरचित दस्तावेज बनाए
लोन की बारीकियां समझने के बाद सोहेल खान ने गुड्डू खान नाम से फर्जी पतों पर कई कूटरचित दस्तावेज बना लिये और गुड्डू खान नाम से कई छोटे छोटे लोन लेकर अपना सिविल स्कोर अच्छा कर लिया। 2017 मे उसकी मुलाकात इकबाल बहादुर खान से हुई जिसने नाजा मार्केट में कैपिटल फाइनेंस की मिनी फेंचाइजी का आफिस खोल रखा था।
यहीं पर ऋषित श्रीवास्तव, रोहित श्रीवास्तव व सुमित कुमार शर्मा से भी मुलाकात हुई। यह लोग भी फाइनेंस कराने का काम करते थे। सबने मिलकर बैंकों व फाइनेन्स कम्पनियों से लोन कराकर रूपये हड़पने की योजना बनायी। इसके बाद सोहेल ने इकबाल बहादुर खान के आफिस में ही प्रिंस नेटवर्क एण्ड कम्प्युटर नाम से एक फर्म का आफिस खोला। इकबाल ने इनकी मुलाकात सलीम बिल्डर्स से करायी जिसके पास कुछ फ्लैट थे।
सलीम ने अपने फ्लैट्स पर फर्जी लोन करवाने के लिए 30 प्रतिशत हिस्से पर हामी भर दी। उसने अपने पार्टनर फहद व इरफान की आईडी दी जिसपर जुनैद व समीर नाम के दो युवकों को फहद व इरफान बनाकर उनकी कूट रचित आईडी बनवाकर तैयार की गयी।
एक ही फ्लैट की अलग-अलग फर्जी रजिस्ट्री
फहद व इरफान की आईडी पर एक ही फ्लैट की अलग-अलग फर्जी रजिस्ट्री की प्रतियां तैयार कराकर लोन के लिए कई फाइनेन्स कम्पनियों फाइल लगा दी गयी। आईआईएफएल से लगभग 70 लाख रूपये का लोन हो गया। जिसमें सलीम को लगभग 15 लाख रूपये दिये गए। बचे हुए रूपये बाकी सब ने आपस में बांट लिये। इसी बीच एचडीएफसी बैंक में भी नीरज कुमार नाम से फर्जी दस्तावेजों पर 8 लाख का लोन लिया गया। इसके अलावा तमाम बैंकों, फाइनेन्स कम्पनियों से 47 अन्य लोन भी कराये गए।
फर्जी दस्तावेजों के जरिए फाइनेंस कंपनियों से लोन लेने वाले ठगों का गिरोह पकड़ा गया
- सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान, निवासी 86/296, जीटी रोड, अनवरगंज, थाना रायपुरवा, कानपुर नगर
- इकबाल बहादुर खान, निवासी डी सेकेण्ड फ्लोर, सिल्वर अपार्टमेंट, दीनदयाल रोड, अशरफाबाद थाना बाजारखाला, चौक लखनऊ
- ऋषित श्रीवास्तव, निवासी प्लॉट नंबर 20 हरी नगर जल निगम रोड बालागंज थाना ठाकुरगंज लखनऊ
- रोहित श्रीवास्तव, 1806/2 राजाजीपुरम थाना तालकटोरा लखनऊ
- सुमित कुमार शर्मा, निवासी 538बी/4/275एच शिवनगर रूपपुर खदरा थाना हसनगंज लखनऊ