दिल्ली में अमित शाह से मिले ओपी राजभर, क्या योगी सरकार में होगी एंट्री? लखनऊ में गरमाया माहौल
ओम प्रकाश राजभर को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं हो रही हैं। एक तरफ वे किसी भी तरफ अभी नहीं जाने की बात कर रहे हैं। दूसरी तरफ अमित शाह के साथ उनकी दिल्ली में मुलाकात की चर्चा गरमा गई है। इसके साथ ही योगी सरकार में उनकी वापसी की भी बात शुरू हो गई है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर माहौल गरमा रहा है। ओम प्रकाश राजभर को लेकर पिछले दिनों से लगातार कयासों का दौर चल रहा है। ओम प्रकाश राजभर स्वयं आगे आकर उन कयासों पर विराम लगाने की कोशिश करते हैं और फिर एक नई चर्चा शुरू हो जाती है। सूत्रों के हवाले से अब जो ताजा जानकारी सामने आ रही है, वह ओम प्रकाश राजभर के दावों के उलट दिख रही है। सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि राजभर की योगी सरकार में वापसी हो सकती है। हालांकि, इन कयासों पर अब तक राजभर का कोई बयान नहीं आया है। जब तक उनकी ओर से कुछ नहीं कहा जाता है, तब तक कुछ भी दावा जल्दबाजी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शुक्रवार को दिल्ली में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई है।
ओम प्रकाश राजभर और केंद्रीय गृह मंत्री की मुलाकात की खबरों के बाद लखनऊ का राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। दरअसल, पिछले दिनों दावा किया गया था कि ओम प्रकाश राजभर 18 जुलाई को दिल्ली में होने वाली एनडीए दलों की बैठक में शामिल हो सकते हैं। बाद में राजभर ने इन तमाम दावों को खारिज करते हुए कहा, हम तो किसी के साथ भी मिल सकते हैं। कहीं भी जा सकते हैं। हमारी राजनीतिक ताकत को हर किसी ने माना है। हालांकि, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर स्थिति साफ नहीं की थी। उनके बेटे अरविंद राजभर की ओर से कहा गया कि जब कोई न्योता मिला ही नहीं है, तो ओम प्रकाश राजभर बैठक में क्यों जाएंगे? हालांकि, अब उनका बेटे के साथ केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात का मामला गरमा गया है।
क्या होगी योगी सरकार में वापसी?
ओम प्रकाश राजभर को लेकर दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में राजनीतिक मुलाकातों के बाद वे भाजपा के करीब आ सकते हैं। अगर राजभर भाजपा के साथ आते हैं तो योगी आदित्यनाथ सरकार में उनकी वापसी हो सकती है। उन्हें भाजपा योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे सकती है। वर्ष 2017 की योगी सरकार-1 में ओम प्रकाश राजभर ने मंत्री पद की शपथ ली थी। उस दौरान उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया था। हालांकि, अबकी बार साथ आने की स्थिति में उनको प्रमोशन मिल सकता है। पिछले दिनों राजभर की यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात हुई थी। वहीं, उनके बेटे अरुण राजभर की शादी में यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी पहुंचे थे। साथ ही, पिछले दिनों राजभर के सुर में काफी बदलाव दिख रहा है।
लोकसभा चुनाव की है तैयारी
ओम प्रकाश राजभर लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटे हुए हैं। वे जानते हैं कि करीब 5-6 फीसदी वोट शेयर के साथ वे किसी भी जीत पर किसी उम्मीदवार का खेल तो खराब कर सकते हैं, जीत दर्ज नहीं कर सकते। ऐसे में वे सत्ताधारी दल के साथ आकर लोकसभा सीटों पर सांसद बनाने में भूमिका निभाने और अपनी स्थिति को मजबूत बनाने की कोशिश करते दिख रहे हैं। इसको लेकर लगातार वह अलग रणनीति पर काम कर रहे हैं। विरोधी तेवर ने उन्हें उस स्तर का फायदा नहीं पहुंचाया है, जिस प्रकार की उम्मीद वे कर रहे थे। ऐसे में उनकी महत्वाकांक्षा सत्ता में वापसी के साथ ही पूरी हो सकती है। समर्पित वोटरों को पावर में रहकर ही फायदा पहुंचा सकते हैं।