यूपी में सूखा जैसे हालात... निपटने के लिए योगी का मास्टर प्लान तैयार, जानिए कैसे होगी किसानों को मदद
उत्तर प्रदेश में सुखाड़ जैसे हालात दिखने लगे हैं। यूपी सरकार की ओर से विषम परिस्थिति से निपटने की रणनीति तैयार कर ली है। सरकार ने सूखा जैसी स्थिति के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने का फैसला किया है।
उत्तर प्रदेश में सूखा जैसे हालात से निपटने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है। प्रदेश में इस साल मॉनसून और फसल बुआई की स्थिति की समीक्षा की गई। उच्चस्तरीय बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिलों की स्थिति की बारीकी से जानकारी ली। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि राज्य में बारिश और फसल बुआई की सही रिपोर्ट अगले तीन दिनों में केंद्र सरकार को भेजी जाए। इसके बाद आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा। प्रदेश में इस बार कम बारिश होने के कारण किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। सामान्य से काफी कम बारिश होने के कारण खरीफ फसलों की बुआई प्रभावित हुई। जुलाई के आधा बीतने के बाद ही प्रदेश में बारिश जैसी स्थिति बनी। इसको देखते हुए अब सरकार की ओर से आगे की रणनीति तैयार की जा रही है, ताकि किसानों को राहत पहुंचाई जा सके।
उत्तर प्रदेश में इस साल बारिश के हालात काफी खराब हैं। कम बारिश जैसी स्थिति के कारण किसानों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यूपी में इस साल 20 अगस्त तक 284 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसी अवधि में मॉनसून के सीजन को देखें तो वर्ष 2021 में 20 अगस्त तक 504.1 मिलीमीटर और वर्ष 2020 में 520 मिलीमीटर बारिश हुई थी। इस प्रकार मानक 500 मिलीमीटर बारिश को भी मानकर चला जाए तो प्रदेश में अभी 216 मिलीमीटर बारिश कम हुई है। समीक्षा बैठक में पाया गया कि केवल चित्रकूट जिले में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है। यहां निर्धारित मानक से 120 अधिक बरसात हुई है। सामान्य बारिश नहीं होने से फसलों की बुआई का कार्य प्रभावित हुआ है। बैठक में कहा गया कि 19 जुलाई के बाद बारिश की स्थिति में सुधार दिखी है। सरकार ने साफ किया है कि कम बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।
मौसम पूर्वानुमान सिस्टम को किया जाए बेहतर
प्रदेश में कम बारिश की स्थिति को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें सूखा और एक साथ अधिक बारिश जैसी स्थिति से लोगों को बचाने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है। सीएम ने बैठक में कहा कि आकाशीय बिजली से बचाव के लिए पूर्वानुमान की बेहतर प्रणाली विकसित किए जाने की जरूरत है। जनहानि और पशु हानि को इससे रोकने में मदद मिलेगी। किसानों को मौसम की सही जानकारी के लिए राज्य स्तर पर पोर्टल निर्माण की योजना तैयार की गई है। समीक्षा बैठक में सीएम योगी को बताया गया कि 20 अगस्त तक प्रदेश में कुल 284 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
किसानों का हित रहेगा सुरक्षित
सीएम योगी ने कहा कि अल्पवर्षा के कारण बनी चुनौतियों से सरकार किसानों के साथ मिलकर निपटेगी। किसानों के हित को सुरक्षित रखा जाएगा। सीएम ने साफ किया कि खेती और किसानों की जमीनी स्थिति का सूक्ष्मता से आकलन करते हुए किसानों को हरसंभव मदद पहुंचाई जाएगी। सीएम ने पॉवर कॉरपोरेशन को ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बढ़ाने का आदेश दिया है। तत्काल इसका अनुपालन शुरू कराया जाएगा। ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घंटे के भीतर दुरुस्त किए जाने का टारगेट सेट किया गया है। सीएम ने कहा कि इसे शीर्ष प्राथमिकता में रखें। अन्नदाता किसानों के हित में किसी भी प्रकार के बकाए के कारण ट्यूबवेल की बिजली कनेक्शन न काटने का भी आदेश जारी किया गया है।