मायावती ने NDA vs INDIA की लड़ाई से बनाई दूरी, जाने क्यों किसी का समर्थन नहीं करेगी BSP
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटे सत्ता पक्ष के गठबंधन एनडीए और विपक्ष के गठबंधन इंडिया पर हमला बोला है। मायावती ने यह भी बताया कि आजादी के बाद से देश पर शासन करने वाली कांग्रेस सत्ता से कैसे दूर हो गई। मायावती ने बताया कि बीएसपी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पूरे देश में बैठकें कर रही है।
लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों का दौर शुरू हो चुका है। सियासी रण में NDA और INDIA एक दूसरे से दो-दो हाथ करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इन सबके बीच मायावती ने दोनों ही गठबंधनों से दूरी बनाई हुई है। बुधवार को उन्होंने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि वह क्यों दोनों गठबंधनों से अलग हैं। यहां उन्होंने यह भी साफ किया कि वह चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने जैसी जातिवादी और पूंजीवादी सोच रखने वाली पार्टी के साथ गठबंधन करके फिर से सत्ता में आने की सोच रख रही है साथ ही NDA फिर से सत्ता में आने का दावा ठोक रही है लेकिन इनकी कार्यशैली यही बताती है कि इनकी नीति और सोच लगभग एक जैसी ही रही है। यही कारण है कि BSP ने इनसे दूरी बनाई है।
बसपा प्रमुख मायावती प्रेस कांफ्रेंस में एनडीए व कांग्रेस के साथ ही विपक्ष के गठबंधन पर हमला बोला। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव अब बहुत नजदीक आ गया है। जिसके चलते सत्ताधारी गठबंधन व विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठकों का दौर चल रहा है।
मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी भी कहीं पीछे नहीं है। पूरे देश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर पार्टी की बैठकों का दौर जारी है। हम संगठन को मजबूत करने पर फोकस कर रहे हैं। मायावती ने कहा कि एक तरफ सत्ता पक्ष का एनडीए एक बार फिर सरकार बनाने के लिए अपनी दलीलें दे रहा है वहीं विपक्ष का गठबंधन इस बार चुनाव में अपनी सरकार बनाने के लिए और सत्ता पक्ष को मात देने के लिए उनकी नीतियों और कार्यशैली का खुलकर विरोध कर रहा है।
मायावती ने कहा कि इस मामले में बीएसपी भी पीछे नहीं है। मायावती ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कह आजादी के बाद से लंबे अर्से के शासन काल के दौरान हीन व जातिवादी और पूंजीवादी मानसिकता को त्यागकर देश में आमजन के हित में व कमजोर वर्ग के हित में काम किया होता तो कांग्रेस कभी सत्ता से बाहर नहीं होती।