उत्तर-प्रदेश: मायावती ने किया UCC बिल का समर्थन, बोलीं- 'हम इसके पक्ष में लेकिन भाजपा के लागू किए जाने के तरीके के खिलाफ'
देश में समान नागरिक संहिता पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने- सामने है। पीएम मोदी ने UCC पर जब से अपनी आवाज बुलंद की है तब से अखिलेश यादव सहित कई नेता इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। इससे पूर्व सुभसपा प्रमुख ओपी राजभर भी भाजपा को अपना समर्थन दे चुके हैं।
समान नागरिक संहिता पर पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है। विपक्ष इसका विरोध कर रहा है वहीं सुभसपा इसके पक्ष में है। अब बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना रुख साफ किया।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि संविधान की धारा 44 में UCC बनाने का प्रयास तो वर्णित हैं मगर इसे थोपने का नहीं है। इसलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही भाजपा को देश में UCC को लागू करने के लिए कोई कदम उठाना चाहिए था। हमारी पार्टी UCC को लागू करने के खिलाफ नहीं है बल्कि भाजपा और इनकी सरकार द्वारा इसे देश में लागू करने के तरिकेसे सहमत नहीं है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने एमपी में एक जनसभा के दौरान UCC पर टिप्पणी की थी। पीएम मोदी की टिप्पणी के बाद राजनीतिक बहस फिर से शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत दो कानूनों पर नहीं चल सकता और समान नागरिक संहिता संविधान का हिस्सा है।
पीएम मोदी ने कहा था कि समान नागरिक संहिता का विरोध वोटबैंक की राजनीति की वजह से की जा रही है। एक परिवार में एक सदस्य के लिए अलग कानून और अन्य के लिए अलग कानून से परिवार कैसे चलेगा? दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा? संविधान में नागरिकों को समान अधिकार की बात कही गई है। पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने भी समान नागरिक संहिता लागू किए जाने की बात कही है।