फरियादी को ऑफिस में 'मुर्गा' बनाकर चर्चा में आए मीरगंज एसडीएम उदित पवार, जानें कौन हैं?
मीरगंज एसडीएम उदित पंवार पर आरोप है कि उन्होंने फरियादी को अपने ऑफिस में मुर्गा बना दिया। इसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर एसडीएम पर एक्शन हो गया। इस पूरे मामले में एसडीएम ने कहा कि आरोप पूरी तरह निराधार और मनगढ़ंत हैं। डीएम बरेली ने कहा कि मीरगंज के एसडीएम उदित पंवार पर ग्रामीण को मुर्गा बनाने का आरोप लगा था।
मीरगंज एसडीएम उदित पंवार सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, उन्होंने फरियादी को अपने ऑफिस में मुर्गा बना दिया। इसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर एसडीएम पर एक्शन हो गया। आइए जानते हैं कौन हैं एसडीएम उदित पंवार और क्या है पूरा मामला।
आईआईटी गुवाहाटी से इंजीनियरिग के बाद MNC में की नौकरी
उदित पंवार मेरठ में रुड़की रोड विवेक विहार के रहने वाले हैं। उन्होंने 10वीं की पढ़ाई सेंट मेरीज एकेडमी से और 12वीं दीवान पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद आईआईटी गुवाहाटी से मेकेनिकल इंजीनियरिग की पढ़ाई की।
नौकरी छोड़कर की परीक्षा की तैयारी
एक साल बंगलुरू में मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की। उसमें मन नहीं लगा तो नौकरी छोड़कर घर से तैयारी की। दो प्रयास में पीसीएस में प्री नहीं निकला, लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल की। उदित ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस 2020 परीक्षा में पांचवां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने बताया था कि घर से नियमित नौ से 10 घंटे सेल्फ स्टडी करके उन्होंने यह सफलता पाई है।
क्या है 'मुर्गा' कांड ?
उदित पंवार की मीरगंज एसडीएम पद पर तैनाती थी। कार्यालय पर आए मंडनपुर के एक व्यक्ति को एसडीएम उदित पवार ने 'मुर्गा' बना दिया। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद उन पर एक्शन हो गया।
एसडीएम ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में एसडीएम ने कहा कि आरोप पूरी तरह निराधार और मनगढ़ंत हैं। हमने किसी से भी मुर्गा बनने को नहीं कहा। एक व्यक्ति अपने आप झुक कर अनुचित दबाव बनाने लगा। बिना जांच के किसी को अवैध कब्जेदार नहीं कहा जा सकता। जांच के दौरान अवैध कब्जे की पुष्टि होने पर ही कब्जा हटवाया जाता है। विवादित स्थल पर वर्तमान में कब्रिस्तान है। मामले की जांच कराई जा रही है। तथ्यों के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
मामले को लेकर डीएम बरेली ने दिया बायान
मीरगंज के एसडीएम उदित पंवार पर ग्रामीण को मुर्गा बनाने का आरोप लगा था। इसका वीडियो भी प्रसारित हुआ है। प्रथम दृष्टया उन्हें दोषी मानते हुए जिला मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया है।- शिवाकांत द्विवेदी, डीएम, बरेली