उत्तर-प्रदेश की निर्मोही पुलिस: एक महिला अपनी नौ माह की बच्ची को लेकर पिछले एक महीने से थाने के चक्कर काट रही है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टालरेंस की नीति को यूपी पुलिस पलीता लगाने का एक भी मौका नहीं छोड़ती है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के बाद भी पुलिस पीड़ितों को दर-दर भटकाती है। ऐसा ही एक मामला लखनऊ में सामने आया है। जहां मुकदमा न दर्ज होने पर रायबरेली निवासी महिला दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है
मुख्यमंत्री व आलाधिकारी के आदेश के बाद भी पुलिसकर्मी बेलगाम हैं। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते ही हैं कि पति की प्रताड़ना से तंग एक महिला गोसाईगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराने पहुंची तो दारोगा ने उसे भगा दिया। दारोगा ने कहा दोबारा पति मारपीट करे तो हेल्प लाइन नंबर 112 पर फोन करना। थाने से भाग जाओ, मुकदमा नहीं दर्ज करेंगे। वहीं, दुबग्गा में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पीड़ित छह माह तक थाने का चक्कर लगाया।
थक हारकर पीड़ित ने समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आइजीआरएस) व पुलिस उपायुक्त पश्चिमी से शिकायत की। उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद काकोरी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। केस एक गोसाईगंज और हजरतगंज थाने में नहीं दर्ज हुआ मुकदमा रायबरेली के मवइया गांव की पीड़ित महिला सीमा देवी की शादी पांच साल पहले काजी खेड़ा गोसाईगंज के जितेंद्र कुमार से हुई थी। दो छोटी-छोटी बच्चियां भी हैं।
बड़ी बेटी तीन वर्ष तो छोटी आठ माह की है। सीमा ने बताया कि पति आएदिन शराब के नशे में गाली गलौज व मारपीट करता है। बीते 19 जून को मुकदमा दर्ज कराने के लिए गोसाईगंज थाने पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने भगा दिया। फिर 22 जून को थाने पहुंची। यहां पुलिस ने पति को फोन कर बुलाया और समझौता करा दिया। घर पहुंची तो पति मुझे व दोनों बच्चियों को पीटकर देर रात घर से भगा दिया। 28 जून को थाने गई तो वहां मौजूद एक दारोगा ने कहा अब पति दोबारा मारपीट करे तो 112 नंबर पर फोन करना। यहां से भाग जाओ मुकदमा नहीं दर्ज करेंगे।
बीते बुधवार को सीमा अपनी नौ माह की बेटी को गोद में लेकर पिता के साथ हजरतगंज थाने पहुंची। यहां महिला हेल्प डेस्क मौजूद सिपाही ने उन्हें 17 जुलाई को आने की बात कहकर चलता कर दिया। इंस्पेक्टर गोसाईगंज दिनेश चंद्र मिश्र और एसीपी गोसाईगंज अमित कुमावत से जानकारी की गई तो वही रटा रटाया बयान कि मामले की जानकारी कराकर जांच की जाएगी। वहीं, हजरतगंज महिला थाना प्रभारी पूनम सिंह ने कहा कि यह कोई बड़ा मामला नहीं है। महिला व उनके पति को 17 जुलाई को थाने बुलाया गया है। जांच कर कार्रवाई करेंगे।