लखनऊ: डॉक्टर की खराब लिखावट से गई मासूम की जान, कई दिन से था बीमार, पूरा मामला समझिए
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक डॉक्टर की खराब लिखावट के चलते बच्चे की मौत हो गई। परिजन बुखार से पीड़ित अपने बच्चे का इलाज एक निजी क्लीनिक में करा रहा था, जहां डॉक्टर ने उन्हें कुछ दवाएं और इंजेक्शन के लिए पर्चा लिखकर दिया। बताया जा रहा है कि राइटिंग खराब होने की वजह से मेडिकल स्टोर से गलत इंजेक्शन आ गया और बच्चे की उससे जान चली गई।
डॉक्टरों की खराब लिखावट को लेकर वैसे तो बहुत मजाक बनते आए हैं और उनके सही तरीके से लिखने की लोग चर्चा भी करते रहे हैं। हालांकि इससे जुड़े एक मामले ने सबको चौंका दिया है। एक डॉक्टर की खबर लिखावट ने बच्चे की जान ले ली। दरअसल, डॉक्टर ने पर्चे पर जो दवाएं लिखी थीं, वो मेडिकल स्टोर संचालक को खराब लिखावट की वजह से समझ नहीं आई। अंदाजे से बच्चे के परिजन गलत इंजेक्शन ले आए और बीमार बच्चे को वह लगा दिया गया। इससे बच्चे की हालत बिगड़ गई और फिर उसकी मौत हो गई। क्लीनिक संचालक डॉक्टर की लापरवाही सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच की। अब सीएमओ की ओर से क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन निरस्त करते हुए, आरोपित डॉक्टर का पंजीकरण रद्द करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को पत्र भेजा जाएगा।
पीजीआई थाना क्षेत्र के सरस्वतीपुरम निवासी 6 वर्षीय अयान को बीते छह सितंबर को तेज बुखार और कमजोरी के चलते हुसैनगंज स्थित निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया। क्लीनिक संचालक डॉक्टर ने कुछ दवाएं दीं और कुछ बाहर से लिखीं, इनमें एक इंजेक्शन भी शामिल था। जानकारी के मुताबिक परिजन इंजेक्शन लेने के लिए एक मेडिकल स्टोर पर गए। जहां डॉक्टर की खराब लिखावट के चलते गलत इंजेक्शन दे दिया गया। परिजन ने बच्चे को वही इंजेक्शन लगवाया। इंजेक्शन लगते ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। परिवार ने बच्चे को गोमती नगर स्थित अन्य अस्पातल में भर्ती कराया, जहां कुछ दिन इलाज के बाद उसकी मौत हो गई।
डॉक्टर की क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन भी नहीं
बच्चे के परिजन ने सीएमओ कार्यालय में डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की। शिकायत पर सीएमओ ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमिटी गठित की। इस संबंध में डेप्युटी सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार आरोपित डॉक्टर ने प्रिस्क्रिप्शन साफ नहीं लिखा था। इस वजह से मरीज को गलत दवा दी गई। वहीं बताया जा रहा है कि डॉक्टर की हुसैनगंज और हजरतगंज दो जगह क्लीनिक है, लेकिन इनका रजिस्ट्रेशन तक नहीं है।