लखनऊ: 'अपहरण की तहरीर पर टरकाती रही पुलिस', आज मिला शव, 1 करोड़ की मांगी थी फिरौती
मृतक के भाई विकास ने बताया कि आरोपियों ने फोन पर विशाल को छोड़ने के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की थी। जिसको लेकर दुबग्गा थाना प्रभारी को शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की।
राजधानी लखनऊ के दुबग्गा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीते दिनों अपहृत किए गए विशाल गौतम का शव रविवार को मिल गया है। अपहरणकर्ताओं ने परिजनों से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन रकम न मिलने पर उन्होंने विशाल की हत्या कर दी। इसके बाद शव को सीतापुर के अटारिया में गोमती नदी में फेंक दिया। वहीं, इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक के भाई विकास ने बताया कि आरोपियों ने फोन पर विशाल को छोड़ने के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की थी। जिसको लेकर दुबग्गा थाना प्रभारी को शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। अगर पुलिस सही समय पर आरोपियों को पकड़ लेती तो शायद मेरा भाई आज जिंदा होता। वहीं, पुलिस भी शुरुआती जांच में किडनैपिंग और फिरौती की बात को नकारती रही। अब पुलिस ने जेहटा निवासी राजेश के साथ दो लोगों को हिरासत में लिया है।
20 लोगों से की गई पूछताछ
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों ने हत्या की बात कबूल की है। वहीं, दुबग्गा थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक करीब 20 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इस मामले पुलिस की तरफ से सभी आरोपों से पल्ला झाड़ा जा रहा है, लेकिन परिजनों की तरफ से पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ये कोई पहला मामला नहीं है। जहां पुलिस पर इस तरह के आरोप लगे हैं। फिलहाल जांच जारी है।