बांदा के खनन अधिकारी पर सीएम योगी ने की कार्रवाई, शासकीय कार्यों में लापरवाही पर निलंबित किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में गुरुवार को बांदा के खनन अधिकारी सौरभ गुप्ता को निलंबित कर दिया है। उन पर आरोप था कि स्वीकृति क्षेत्र से बाहर खनन करवा रहे थे, जिसकी जांच निदेशालय स्तर से कराई जा रही थी।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गुंडा माफियाओं के साथ-साथ भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने में कोई गुरेज नहीं कर रही है। इसी कड़ी में बांदा जिले के खनिज अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता को शासकीय कार्यों में लापरवाही के चलते CM योगी ने निलंबित करने का आदेश दिया है। गुरुवार को सीएम ऑफिस ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
स्वीकृति क्षेत्र के बाहर खनन और परिवहन कार्य रोकने का दिया था आदेश
बता दें कि इससे पहले निदेशक खनन डॉ. रोशन जैकब ने उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की थी, जिसके बाद सौरभ गुप्ता को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया था। वहीं, डॉ. जैकब ने डीएम बांदा को निर्देश दिया था कि स्वीकृत क्षेत्र के बाहर भारी मात्रा में अवैध खनन और परिवहन पाए जाने के कारण खनन व परिवहन कार्य तत्काल प्रतिबंधित कर दिया जाए। साथ ही अवैध खनन की मात्रा के सापेक्ष राजस्व क्षति वसूली की कार्रवाई की जाए।
निदेशालय स्तर से कराई गई जांच
डॉ. रोशन ने वसूली होने तक खनन और परिवहन की अनुमति नहीं देने के निर्देश भी दिए थे। दरअसल, बांदा जिले में अवैध खनन की गंभीर शिकायतों को देखते हुए तहसील सदर स्थित केन नदी तल में स्वीकृत बालू व मौरंग के खनन पट्टा क्षेत्रों की जांच निदेशालय स्तर से कराई गई। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि मेसर्स के एंड एस माइंस द्वारा अपने स्वीकृत खनन पट्टा क्षेत्र ग्राम मरौली खादर में स्वीकृत क्षेत्र से बाहर बालू व मौरंग का अवैध खनन और परिवहन किया गया।