शालीमार रियल एस्टेट कंपनी के खिलाफ FIR, बाराबंकी की प्रॉपर्टी लखनऊ में दिखाकर बेची; जांच शुरू
अधिवक्ता का आरोप है कि कंपनी ने बाराबंकी में विकसित की जा रही टाउनशिप को लखनऊ में बताकर ठगी की।
लखनऊ के गोमतीनगर थाने में अधिवक्ता ने रिएल एस्टेट कम्पनी शालीमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।अधिवक्ता का आरोप है कि कंपनी ने बाराबंकी में विकसित की जा रही टाउनशिप को लखनऊ में बताकर ठगी की। जिसका सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार किया जा रहा है। गोमतीनगर पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
सोशल मीडिया पर एड देखकर टाउन शिप में लगाया था पैसा
विवेकखंड निवासी अधिवक्ता डॉ. सैय्यद रिजवान अहमद के मुताबिक दो जुलाई 2016 को youtube पर लखनऊ में शालीमार मन्नत प्रजेक्ट के बारे में जानकारी मिली थी। इसकी जानकारी शालीमार के आधिकारिक चैनल पर है।
शालीमार पर भरोसा करके 7 जुलाई 2016 को चेक से 4,16,500 रुपये और 18 अगस्त 2016 को 4,16,500 रुपये भुगतान किया। 23 अगस्त 2016 को एग्रीमेंट के वक्त पता चला कि कम्पनी का प्रोजेक्ट लखनऊ में न होकर बाराबंकी में है। पूछने पर बताया गया कि शीघ्र ही यह क्षेत्र नए परिसीमन के उपरांत लखनऊ जनपद में जाएगा और जो भी रसीद आपको मिलेगी उसमें बाराबंकी के साथ लखनऊ भी साफ-साफ लिखा होगा।
उसकी बात पर भरोसा कर रिजवान अहमद ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर दिए। कम्पनी की तरफ से पार्किंग के लिए डेढ़ लाख रुपये भी जमा कराए गए। कुछ वक्त पूर्व रिजवान अहमद साइट पर पहुंचे। जहां पता चला कि खुली जगह पर पार्किंग स्पेस बनाया गया है। जिसके लिए कम्पनी रुपये नहीं जमा करा सकती है।
इसी तरह आरोपियों ने बाराबंकी में स्थित जमीन को लखनऊ में होना दिखा कर भी रुपये लिए हैं। इंस्पेक्टर दिनेश चन्द्र मिश्र के मुताबिक अधिवक्ता की तहरीर पर शालीमार कंपनी के शाहबाज खान, यतेंद्र सिंह, निखिल, चदंन और अंकित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।