मुख्यमंत्री योगी बोले, नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार दुर्भाग्यपूर्ण व गैर जिम्मेदाराना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विपक्ष द्वारा बायकाट करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का यह निर्णय लोकतंत्र को कमजोर करने वाला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 मई को देश के नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर को लेकर की जा रही बयानबाजी को दुर्भाग्यपूर्ण, गैर जिम्मेदाराना और लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बताया है। उन्होंने कांग्रेस व विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक और गर्व करने वाले क्षण पर इस तरह की बयानबाजी उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की यह हरकत लोकतंत्र को कमजोर करने वाली है। नई संसद भवन अगले 100 वर्ष को ध्यान में रखकर अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार की गई है। इस मौके पर भी सभी दलों को शामिल होकर देश के लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए।
इंदिरा से लेकर राजीव गांधी भी कर चुके हैं ऐसा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब देश के प्रधानमंत्री इस प्रकार के किसी उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बन रहे हों। इससे पहले पार्लियामेंट एनेक्सी का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी द्वारा किया जा चुका है। वहीं, पार्लियामेंट लाइब्रेरी का शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा किया गया था। इसके अलावा और भी कई उदाहरण हैं। इतने उदाहरण होने के बावजूद विपक्ष द्वारा जिस प्रकार इस गरिमामयी कार्यक्रम का साक्षी बनने के ऐतिहासिक क्षण को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, उसे देश और देश की जनता-जनार्दन कतई स्वीकार नहीं करेगी। हम अपील करेंगे कि सभी लोगों को इस गौरवशाली क्षण का साक्षी बनना चाहिए और भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने के आह्वान के साथ इस ऐतिहासिक पल में सम्मिलित होना चाहिए।