LU में रात में हॉस्टल से बाहर निकलने पर मनाही, बवाल के बाद चीफ प्रॉक्टर ने जारी किया आदेश; 25 से विंटर वेकेशन
लखनऊ विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर ने हॉस्टल के स्टूडेंट्स को रात 10 बजे के बाद बाहर जाने पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी कर दी।
LU यानी लखनऊ विश्वविद्यालय में एक बार बवाल के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन सक्रिय हुआ हैं। शुक्रवार देर रात LU के सुभाष छात्रावास के कई छात्र चाय पीने के लिए हॉस्टल से बाहर जाते हैं।
इस दौरान देर रात पुलिस और छात्रों के बीच कहासुनी हुई फिर पुलिस की पिटाई के बाद कई घंटे तक विरोध प्रदर्शन चला। अगले दिन शनिवार को भी यही मामला छाया रहा। स्टूडेंट्स ने कुलपति कार्यालय का घेराव करके जबरदस्त प्रदर्शन भी किया।
इस बीच शनिवार को ही चीफ प्राक्टर की ओर से आदेश जारी किया गया कि विश्वविद्यालय के सभी छात्रावासों में रहने वाले स्टूडेंट्स को रात 10 बजे के बाद बाहर आना-जाना प्रतिबंधित है।अगर कोई छात्र-छात्रा इस नियम का उल्लंघन करता है तो उस पर नियमानुसार कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
जारी हुआ यह आदेश
परिसर में शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। चीफ प्राक्टर की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की ओर से धारा 144 प्रभावी है। लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह आदेश प्रभावी होगा। कोई भी धरना प्रदर्शन या विरोध करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
NSUI ने कुलपति कार्यालय पर किया विरोध
छात्रों के साथ मारपीट की घटना के बाद शनिवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने कुलपति कार्यालय पर विरोध किया। प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्रा, विशाल, आशीष, प्रिंस सहित तमाम छात्र नेताओं का कहना था कि छात्रों के साथ इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है।
उन्होंने एडिशनल प्राक्टर डा. ओपी शुक्ला को ज्ञापन सौंपा। दूसरी ओर AISA यानी आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने सुभाष हास्टल पहुंच कर पीड़ित छात्रों से बातचीत कर सहयोग का आश्वासन दिया। यह भी कहा कि कैंपस में पुलिस इसलिए लाई गई कि छात्र सुरक्षित रहें। अब पुलिस ही छात्रों को पीट रही।
25 दिसंबर से विंटर वेकेशन की शुरुआत
लखनऊ विश्वविद्यालय में 25 दिसंबर से एक जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया हैं। कुलसचिव संजय मेधावी ने बताया कि कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के आदेश पर विश्वविद्यालय और सभी एफिलिएटेड कॉलेजों में शीतकालीन अवकाश की स्वीकृति दे दी गई है।