लखनऊ: SUV ने ई-रिक्शा चालक को लटकाकर घसीटा, मौत...VIDEO
शनिवार दोपहर को हुई इस घटना का मंगलवार को CCTV फुटेज सामने आया है। पूरी वारदात स्वास्थ्य भवन चौराहे से परिवर्तन चौक के बीच की है।
लखनऊ में हैरान करने वाली घटना हुई है। यहां एक SUV ने ई-रिक्शा को टक्कर मारी। फिर चालक को खिड़की से लटकाकर घसीटा। इसके बाद SUV सवार ने उसे सड़क किनारे फेंक दिया। घटना में ई-रिक्शा चालक की मौत हो गई। शनिवार दोपहर को हुई इस घटना का मंगलवार को CCTV फुटेज सामने आया है। पूरी वारदात स्वास्थ्य भवन चौराहे से परिवर्तन चौक के बीच की है। शनिवार दोपहर करीब 1 बजे तेज रफ्तार SUV ने ई -रिक्शा को टक्कर मारी।
इसके बाद चालक को खिड़की पर लटकाकर करीब 150 मीटर तक घसीटा। बाहर लटका चालक चिल्लाता रहा, लेकिन SUV सवार ने गाड़ी नहीं रोकी। बाद में घायल ई-रिक्शा चालक को परिवर्तन चौक के पास सड़क पर फेंककर SUV सवार भाग गए। आस-पास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ई-रिक्शा चालक को अस्पताल में भर्ती कराया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कैसरबाग का रहने वाला था ई-रिक्शा चालक
पुलिस ने बताया कि ई-रिक्शा चालक जीतू ( 40) कैसरबाग का रहने वाला था। शनिवार को SUV से हादसे की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल जीतू को अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बाद में जब SUV का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच की तो CCTV सामने आया। इसमें ई-रिक्शा चालक जीतू SUV के दरवाजे पर लटका हुआ नजर आ रहा है। हादसे के बाद SUV चालक ने गाड़ी नहीं रोकी, बल्कि गाड़ी की स्पीड तेज कर दी।
बिल्डर और कारोबारी की है SUV
CCTV फुटेज में दिख रहा है कि SUV कई लोगों को टक्कर मारते- मारते बची। लोगों ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। हजरतगंज इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्रा ने बताया कि SUV मालिक का नाम गोपाल अग्रवाल है। अलीगंज के सेक्टर-बी का रहने वाला है। आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गोपाल अग्रवाल बिल्डर है। हादसे के वक्त गाड़ी में 3 लोग सवार थे।
हॉस्पिटल ले जाने में हुई देरी, नहीं तो बच सकती थी जान
घटना के बाद का भी एक वीडियो सामने आया है। इसमें घायल जीतू सड़क पर पड़ा है। आस-पास लोग उसको घेरे हुए हैं। मौके पर पहुंचे मृतक के मामा गुड्डू का कहना है कि अगर जीतू को समय पर इलाज मिल जाता, तो उसकी जान बच जाती। वह सड़क पर घायल पड़ा रहा, लेकिन कोई भी उसे हॉस्पिटल लेकर नहीं पहुंचा।