धुएं से आंख खुली...फायर अलॉर्म नहीं बजा, स्टाफ पर बरसे लखनऊ के होटल अग्निकांड में जान बचाकर भागे लोग
लखनऊ के लेवाना होटल में सोमवार सुबह आग लग गई। यह होटल शहर के वीआईपी इलाके हजरतगंज में स्थित है। इस आग में कई लोग झुलस गए। हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं हादसे में बचे लोगों होटल स्टॉफ पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लेवाना होटल में सोमवार सुबह आग लग गई। इस हादसे में अबतक 4 लोगों की मौत हो गई है। वहीं होटल में ठहरे लोगों ने स्टाफ पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। होटल में ठहरे लोगों ने बताया कि आग लगने के बाद होटल के कर्मचारियों ने खुद को सुरक्षित कर लिया। आरोप लगाते हुए उनका कहना है कि होटल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना हुई है।
'धुएं से खुली आंख'
होटल में कमरा नंबर 315 में ठहरे नोएडा के पवन त्यागी ने मीडिया से बातचीत में होटल स्टॉफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पवन ने बताया कि हम लोग बीती रात ही लेवाना स्वीट में आकर रुके थे। अचानक धुएं के कारण हम लोगों की सुबह आंख खुली।
'होटल स्टाफ ने नहीं दी कोई जानकारी'
होटल पर आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि न ही होटल का फायर अलार्म बजा, न ही होटल स्टॉफ की तरफ से गेट लॉक ही किया गया और न ही स्टाफ की तरफ की से कोई फोन किया गया।
'दरवाजा खोला तो बाहर धुआं ही धुआं ही था'
होटल में कमरा नंबर 315 में ठहरे नोएडा के पवन त्यागी ने बताया कि होटल के किसी भी स्टाफ की तरफ से बाहर आने के लिए कोई फोन नहीं किया गया। हमने जब कमरे का दरवाजा खोला तो बाहर धुआं ही धुआं ही था। इसके बाद हमने कमरे के अंदर पीछे से ही खिलड़ी खोली, लेकिन उतरने का कोई साधन नहीं था।
'होटल का स्टाफ बाहर खड़ा था.. हम पाइप से उतरे'
होटल से किसी तरह जान बचाकर बाहर आए पवन त्यागी ने बताया कि होटल का पूरा स्टाफ बाहर खड़ा हुआ था, हम लोग किसी तरह से पाइप के सहारे तीसरे फ्लोर से उतरकर नीचे आए हैं। हमारा पूरा सामान यहां तक चप्पल भी अंदर ही थी। नंगे पैर हम किसी तरह से जान बचाकर होटल के बाहर आए।
'आग लगी तो 150 लोग मौजूद थे'
पवन त्यागी के मुताबिक होटल में जब आग लगी तो 150 लोग मौजूद थे, जिसमें केवल 10 लोग ही बाहर आ पाए। धुआं इतना भयानक था कि सांस लेना तक दुभर हो रहा था। अगर कमरे में खिड़की न होती तो हम लोगों से बाहर भी नहीं निकला जाता।
चारों मृतकों की हुई पहचान
होटल में हुए अग्नि हादसे में चारों मृतकों की पहचान हो गई है। साहिबा कौर और गुरनूर आनंद दोनों मंगेतर थे जो कि गणेशगंज के सरायफाटक के रहने वाले थे। पारिवारिक जनों के मुताबिक होटल में पार्टी चल रही थी। जहां ये दोनों लोग गए थे। इंदिरा नगर में रहने वाले अमान गाजी और श्रीविका सिंह का नाम भी मृतकों में शामिल हैं।