उत्तर-प्रदेश: लखनऊ के फ्लैट में घुसकर बुजुर्ग महिला की हत्या, बगैर चेहरा देखे दरवाजा नहीं खोलती थी...
नफीस फातिमा आने वाले का चेहरा डोरआई से देखे बिना दरवाजा नहीं खोलती थीं। इसकी पुष्टि इस बात से भी की जा सकती है कि सीसीटीवी में कैद हुए बदमाशों में एक बदमाश का हुलिया वसीम के पूर्व ड्राइवर अयोध्या के लोहाटी सरैया निवासी जितेंद्र से हूबहू मेल खा रहा है।
वसीम के फ्लैट में घुसकर लूटपाट के विरोध में उनकी पत्नी नफीश फातिमा की हत्या करने वाले बदमाश परिचित ही थे। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नफीस फातिमा आने वाले का चेहरा डोरआई से देखे बिना दरवाजा नहीं खोलती थीं। इसकी पुष्टि इस बात से भी की जा सकती है कि सीसीटीवी में कैद हुए बदमाशों में एक बदमाश का हुलिया वसीम के पूर्व ड्राइवर अयोध्या के लोहाटी सरैया निवासी जितेंद्र से हूबहू मेल खा रहा है। वसीम को फोन कर घर से दूर करने वाला भी जितेंद्र ही था।
वसीम ने बताया दोपहर एक बजे जोहर की नमाज पढ़कर घर लौटते समय जितेंद्र ने उन्हें फोन किया और कहा कि ड्राइवर की जरुरत है तो पॉलिटेक्निक आइए। ड्राइवर तलाश रहे वसीम इस पर पॉलिटेक्निक के लिए निकल गए। पॉलिटेक्निक पहुंचने से पहले ही उनके पास ब्लड सैंपल लेने पहुंचे नितिन की कॉल आने लगी। नितिन ने बताया कि कई बार डोर बेल बजाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुल रहा है। ऐसे में वसीम रास्ते से ही नफीस फातिमा को फोन करने लगे। फोन न उठने पर उन्होंने सामने फ्लैट में रहने वाली आस्था को कॉल कर देखने को कहा। आस्था फ्लैट से निकलती इससे पहले ही नितिन को धक्का देकर तीन बदमाश वहां से भाग निकले।
दो जगह पकड़े गए फिर भी भाग निकले बदमाश
नितिन के आने की वजह से बदमाश आनन-फानन में उसे धक्का देते हुए जीने उतरकर भागने लगे। भूतल पर पहुंचते ही एक बदमाश गेट से जबकि दो बदमाश रेलिंग फांदकर बाहर कूदे। इस दौरान वहां मौजूद अपार्टमेंट के ही एक सदस्य ने दो बदमाशों को दबोच लिया। दोनों उसे धक्का देकर सर्वोदयनगर चौकी की ओर भागे, जहां पब्लिक ने एक को पकड़ लिया। हालांकि, माजरा समझने से पहले ही बदमाश पब्लिक को चकमा देकर वहां से भाग निकला। इस दौरान उसका मास्क भी चेहरे से हट गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि सामने आने पर वह बदमाश को पहचान लेंगे।
16 दिन पहले निकाला था नौकरी से
छानबीन में पुलिस को पता चला कि वसीम पहले कैसरबाग में परिवारीजनों के साथ रहते थे। तीन वर्ष पहले ही वह शक्तिनगर में शिफ्ट हुए थे। कुछ अरसे पहले परिचित सरवन ने जीतेंद्र को ड्राइवर रखवाया था। कुछ दिन पहले वसीम को पता चला कि जीतेंद्र घर से सामान चोरी कर रहा है। बिना कुछ बात किए उन्होंने 19 जून को जीतेंद्र को नौकरी से निकाल दिया था। वसीम का कहना है कि घर में जेवर कैश और अन्य सामान कहां रखा है ये जीतेंद्र जानता था।
ये हो सकता है प्लान
माना जा रहा है कि नौकरी के दौरान जीतेंद्र ने ये नोटिस किया था कि वसीम के घर में जेवर और कैश कहां रखे हैं। वसीम की गैरमौजूदगी में नफीस फातिमा को बंधक बनाकर कुछ ही देर में कैश और जेवर पार किए जा सकते हैं। पुलिस को आशंका है कि शक की सुई खुद पर न घूमे इसलिए जीतेंद्र ने मास्टर प्लान तैयार किया। प्लान के मुताबिक वह दोनों जगह खुद की मौजूदगी दर्ज करवाना चाहता होगा।