दूध, दही पर GST से भड़के अखिलेश, जन्माष्टमी से पहले आए सरकार के फैसले पर जोरदार तंज
अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की ओर से दूध, दही, छाछ और अन्य जरूरी सामग्रियों पर जीएसटी लगाए जाने पर करारा हमला बोला है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जीएसटी के दायरे में दैनिक सामग्रियों का लाए जाने पर जोरदार तंज कसा है। पिछले दिनों जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद केंद्र सरकार की ओर से जरूरत की चीजों को जीएसटी के दायरे में लाने का निर्णय लिया। खाद्य पदार्थों को पहली बार जीएसटी के दायरे में लाया गया है। इन मामलों पर अखिलेश लगातार हमलावर रहे हैं। अब उन्होंने दूध, दही और छाछ को जीएसटी के दायरे में लाए जाने पर अलग ही अंदाज में हमला बोला है। जन्माष्टमी से पहले कृष्ण भक्तों को चोट दिए जाने की बात कर वे एक बड़े वर्ग का साधने की कोशिश करते दिख रहे हैं।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को ट्वीट कर दूध-दही पर लगे जीएसटी मामले पर करारा हमला बोला। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की जय से ट्वीट की शुरुआत की। अपने ट्वीट में अखिलेश ने लिखा है कि जन्माष्टमी से ठीक एक माह पहले भाजपा सरकार ने दूध, दही, छाछ पर जीएसटी लगाकर कृष्ण भक्तों को चोट दी है। इससे आहत होकर कृष्ण भक्त पूछ रहा है कि क्या अब दूध का जला छाछ को भी फूंक-फूंककर पीता है, दूध का दूध पानी का पानी, दूधो नहाओ, मुंह में दही जमना जैसी लोकोक्ति और मुहावरों पर भी जीएसटी देना पड़ेगा?
अखिलेश के हमले के हैं अलग मतलब
अखिलेश यादव की ओर से ट्वीट के जरिए हमले के अलग मतलब राजनीतिक गलियारों में लगाए जाने लगे हैं। उन्होंने केंद्र या राज्य सरकार की जगह भाजपा सरकार की बात कर हमले का रुख कुछ अलग किया है। भाजपा हिंदुत्व की राजनीति करती है। भगवान राम की बात करती है। ऐसे में अखिलेश यादव भगवान श्रीकृष्ण से पूरे मामले को जोड़कर हिंदू वर्ग के एक बड़े वोट बैंक को महंगाई के मुद्दे तक लाने की कोशिश करते दिख रहे हैं। वैसे अखिलेश यादव भगवान श्रीकष्ण को लेकर कई बार अपनी बात कर चुके हैं।
अखिलेश ने यूपी चुनाव 2022 के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के सपने में आकर जीत का आशीर्वाद दिए जाने का दावा किया था। इस पर भाजपा की ओर से करारा तंज कसा गया था। अब महंगाई के मुद्दे पर अखिलेश लोगों से भगवान श्रीकृष्ण के जरिए जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।