बलात्कारियों का स्वागत करना इंसाफ का बलात्कार है...बिलकिस बानो को अब मिला अखिलेश यादव का साथ
गुजरात के बिलकिस बानो रेप मामले के सभी दोषियों को जेल से रिहाई मिल गई है। करीब 18 सालों तक न्याय की लड़ाई लड़ने वाली बिलकिस बानो को इस फैसले से धक्का लगा है। विपक्षी दल गुजरात सरकार के इस फैसले की जमकर आलोचना कर रहे हैं।
गुजरात के बहुचर्चित बिलकिस बानो रेप केस में सभी दोषी जेल से रिहा कर दिए गए हैं। दोषियों के बाहर आने के बाद बिल्किस का परिवार सदमे में है। बिल्किस, जिसने 18 साल तक न्याय के लिए लड़ाई लड़ी, उन्होंने अपने आपको घर में कैद कर लिया है। विपक्षी दलों ने गुजरात सरकार के इस फैसले का एक सुर में विरोध जताया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब एक ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने मंगलवार सुबह अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- 'बलात्कारियों का स्वागत करना इंसाफ का बलात्कार है।'
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले गुजरात सरकार के पैनल ने दोषियों की सजा में छूट वाले आवेदन को मंजूरी दे दी थी। 11 दोषियों को जेल से रिहा कर दिया। यह केस मुंबई सिटी सिविल एंड सेशंस कोर्ट में चला था। तत्कालीन विशेष न्यायाधीश जस्टिस साल्वी ने बिल्किस की गवाही को साहसी बताते हुए पुरुषों को दोषी ठहराया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
ओवैसी ने याद दिलाया पीएम मोदी को वो बात
बिलकिस बानो केस में दोषियों की रिहाई को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर जताई थी। उन्होंने गुजरात की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया ही। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी याद दिलाया कि उन्होंने तीन तलाक कानून के समय खुद को मुस्लिम महिलाओं का भाई बताया था। ओवैसी ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि बिलकिस को मुसलमान बना दिया गया, जबकि वो भारत की बेटी है। गुजरात में बीजेपी विधायक द्वारा दोषियों को ब्राह्मण और संस्कारी बताए जाने पर भी ओवैसी ने जमकर गुस्सा जाहिर किया।